
मणिपुर में पिछले तीन महिने से हिंसा का दौर लगातार जारी है। केंद्र सरकार राज्य में शांति बहाली के लिए पूरी कोशिश कर रही है। इस बीच लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने शनिवार को पहली बार मणिपुर को लेकर कोई सार्वजनिक बयान दिया है। मेघालय विधानसभा में आयोजित राष्ट्रमंडल संसदीय संघ (सीपीए) के सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए उन्होंने इसे अमानवीय और दर्दनाक बताया।
मणिपुर में जो हो रहा वह दर्दनाक- ओम बिरला
मेघालय विधान सभा में आयोजित राष्ट्रमंडल संसदीय संघ (सीपीए) भारत क्षेत्र सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि तीन मई को जातीय हिंसा भड़कने के बाद से मणिपुर में जो अमानवीय घटनाएं हुईं, वे 'दर्दनाक' हैं। उन्होंने लोगों से शांति की अपील करते हुए कहा कि केवल शांति ही राज्य और क्षेत्र में समृद्धि ला सकती है।
पूर्वोत्तर में घटने वाली घटनाओं का पूरे देश में असर
बिरला ने सम्मेलन के एजेंडे को प्रासंगिक बताया और कहा कि पूर्वोत्तर राज्य जैव विविधता से समृद्ध हैं और यहां होने वाला कोई भी पारिस्थितिक असंतुलन पूरे भारत की पर्यावरणीय स्थिति पर दूरगामी प्रभाव डाल सकता है। इसलिए ऐसे संवेदनशील इलाकों में आपदा प्रबंधन के लिए बेहतर तैयारी करने की जरूरत है। चार दिवसीय सम्मेलन में पूर्वोत्तर क्षेत्र के विशेष संदर्भ में प्राकृतिक आपदाओं और प्रबंधन की रणनीतियों के मुद्दों पर विचार-विमर्श किया जाएगा।
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Published on:
30 Jul 2023 08:50 am
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