26 दिसंबर 2025,

शुक्रवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

महाराष्ट्र विधानसभा: आज उद्धव ठाकरे सरकार की अग्निपरीक्षा, 2 बजे होगा फ्लोर टेस्ट

शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस की महा विकास अघाड़ी सरकार का गठन हुआ है। महा विकास अघाड़ी'के नेताओं का दावा है कि उसके पास 170 विधायकों का समर्थन है  

2 min read
Google source verification
महाराष्ट्र विधानसभा: आज उद्धव ठाकरे सरकार की अग्निपरीक्षा, 2 बजे होगा फ्लोर टेस्ट

महाराष्ट्र विधानसभा: आज उद्धव ठाकरे सरकार की अग्निपरीक्षा, 2 बजे होगा फ्लोर टेस्ट

नई दिल्ली। महाराष्ट्र में आज उद्धव ठाकरे सरकार की अग्निपरीक्षा है। मुख्यमंत्री बनने के बाद शनिवार को उद्धव ठाकरे का विधानसभा में 2 बजे बहुमत परीक्षण होगा। राज्य में शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस ने महा विकास अघाड़ी सरकार बनाया है। महा विकास अघाड़ी'के नेताओं का दावा है कि उसके पास 170 विधायकों का समर्थन है और सदन में आसानी से फ्लोर टेस्ट पास हो जाएंगे।

दिलीप वाल्से प्रोटेम स्पीकर होंगे

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के वरिष्ठ नेता दिलीप वाल्से-पाटिल विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर होंगे। शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस के बीच बनी सहमति में यह तय हुआ कि दिलीप वाल्से महाराष्ट्र विधानसभा के अस्थायी अध्यक्ष ( प्रोटेम स्पीकर) होंगे।

ये भी पढ़ें: झारखंड विधानसभा चुनाव: 13 सीटों पर सुबह 7 बजे से मतदान जारी, सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम

3 दिसंबर तक बहुमत साबित करने का था वक्त

दरअस 26 नवंबर को एनसीपी नेता अजित पवार के समर्थन से देवेंद्र फडणवीस ने भाजपा की सरकार बना ली थी। लेकिन बहुमत के आंकड़े नहीं होने की वजह से भाजपा की सरकार गिर गई। उसके बाद 28 दिसबंर को उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस ने महा विकास अघाड़ी की सरकार बनाई है। बता दें कि महा विकास अघाड़ी पार्टी को 3 दिसबंर तक बहुमत साबित करने के लिए समय मिला था। लेकिन गठबंधन की सरकार किसी तरह की रिस्क नहीं लेना चाहती है।

बहुमत के लिए 145 का आंकड़ा जरूरी

288 सीट वाली विधानसभा में बहुमत के लिए 145 विधायकों का समर्थन होना चाहिए। शिवसेना का दावा है कि वह बहुमत के आंकड़े से कही ज्यादा है। शिवसैनिक नेताओं का कहना है कि उनके पास 170 विधायकों का समर्थन है। बता दें कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में शिवसेना के पास 56 विधायक, एनसीपी के पास 54 और कांग्रेस के पास 44 विधायक हैं। इन सभी को जोड़ने पर कुल 154 विधायक होते हैं । यानी बहुमत से 9 ज्यादा हैं।