गडकरी ने ये भी कहा कि प्रदेश में 50-50 के फॉर्मूले पर सरकार बनाने में कोई आपत्ति नहीं है। हालांकि नितिन गडकरी ने ये भी साफ कर दिया है बीजेपी ने प्रदेश में कभी भी ढाई-ढाई साल के लिए किसी भी तरह का प्रस्ताव नहीं दिया है।
महाराष्ट्र में सियासी संकट के बीच पीएम मोदी ने लिया सबसे बड़ा एक्शन, अब शिवसेना के साथ बहराल बीजेपी और शिवसेना के बीच चल रही सियासी जंग लगातार नया मोड़ ले रही है। नितिन गडकरी के बड़े बयान ने दोनों दलों के बीच एक बार फिर नई तलवार खींच दी है।
उधर..देवेंद्र फडणवीस ने भी उद्धव ठाकरे से बातचीत की कोशिशें की लेकिन उद्धव ठाकरे ने उनका फोन तक नहीं उठाया। उद्धव का फोन ना उठाना भी प्रदेश की राजनीति या नई सरकार को लेकर उनके रुख को दर्शा रहा है।
हालांकि इस बीच नितिन गडकरी की खरी-खरी ने प्रदेश की राजनीति में नया उबाल ला दिया है। गडकरी ने साफ कर दिया है शिवसेना से कोई भी वायदा किया ही नहीं गया था। महाराष्ट्र में बीजेपी और शिवसेना के बीच सुलह की कोशिश जारी है। इस बीच मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मिलने संभाजी भिड़े पहुंच गए हैं। उधर, सेना भवन में भी मीटिंग शुरू हो गई है। इस मीटिंग के लिए संजय राउत पहुंच गए हैं।