
क्षेत्रवाद में बदला नोटबंदी का विवाद, राज ठाकरे बोले- अमित शाह पर कार्रवाई क्यों नहीं
मुंबई: नोटबंदी के बाद भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से संबंधित बैंकों में करोड़ों रूपए के पुराने नोट जमा होने का विवाद बढ़ता जा रहा है। अब महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के अध्यक्ष राज ठाकरे ने प्रतिक्रिया दी है। बैंक ऑफ महाराष्ट्र (बीओएम) के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक रविंद्र मराठे की गिरफ्तारी लेकिन भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होने पर सवाल उठाए। ठाकरे ने कहा कि मराठे को इस तरह निशाना क्यों बनाया जा रहा है और क्या आप में अमित शाह के खिलाफ कार्रवाई करने का साहस नहीं है?
राज ने मराठी पर कार्रवाई का मुद्दा
राज ठाकरे कथित रूप से पुणे के डीएसके समूह द्वारा किए गए 2,000 करोड़ रुपए से अधिक के घोटाले में मराठे और बीओएम के अन्य अधिकारियों की गिरफ्तारी और अहमदाबाद जिला सहकारी बैंक से संबंधित हाल के खुलासों का जिक्र कर रहे थे, जिसके मुताबिक अहमदाबाद जिला सहकारी बैंक में नोटबंदी के बाद पांच दिनों के भीतर सबसे ज्यादा बंद हुए नोट जमा कराए गए थे। खास बात यह है कि अमित शाह अहमदाबाद जिला सहकारी बैंक के निदेशक हैं।
फडणवीस को बताया झूठ बोलने वाला
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को 'झूठ बोलने वाला' बताते हुए ठाकरे ने कहा कि वह पुणे पुलिस द्वारा मराठे की गिरफ्तारी की जानकारी नहीं होने का दावा कैसे कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र के बीओएम को जानबूझकर निशाना बनाया जा रहा है, क्योंकि बैंक ने कृषि ऋण माफी तथा संबंधित मुद्दों पर सहयोग करने से मना कर दिया था।
आजाद कैसे हैं चंदा कोचर: ठाकरे
ठाकरे ने कहा कि यह बीओएम का 'बैंक ऑफ बड़ौदा' में विलय करने की साजिश है। मैंने यही सुना है और यह डरावना है। उन्होंने कहा कि वह जानना चाहते हैं कि जब मराठे को जेल में डाला जा सकता है तो आईसीआईसीआई बैंक प्रमुख चंदा कोचर और पंजाब नेशनल बैंक के शीर्ष अधिकारी आजाद कैसे घूम रहे हैं।
Published on:
26 Jun 2018 08:17 pm
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