
आरएसएस (फाइल फोटो)
नई दिल्ली। देशभर में नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के विरोध के बीच राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने शुक्रवार को इस कानून के लिए कनॉट प्लेस में एक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया। आरएसएस ने लोगों के बीच इस नए नागरिकता कानून के बारे में जागरूकता फैलाने की बात कही।
आरएसएस के दिल्ली चैप्टर के प्रमुख भरत शर्मा ने कहा, "हम तीन-चार दिनों के अंदर देश में सौहार्द और शांति को वापस बहाल करेंगे। हम सभी घर-घर (डोर टू डोर) जाएंगे। हम सीएए के बारे में कम से कम 10 लोगों को बताएंगे और इस अधिनियम के बारे में फैली भ्रांतियों को दूर करेंगे। युवाओं तक पहुंचने के लिए भी एक अभियान शुरू किया जाएगा।"
इस दौरान 'भारत माता की जय' के नारे लगाए गए और कनॉट प्लेस के आंतरिक सर्कल में जागरूकता के तौर पर मार्च भी निकाला गया।
एक आरएसएस कार्यकर्ता ने बताया, "लोगों को पहले समझना चाहिए कि सीएए क्या है। इस अधिनियम में किसी भी भारतीय नागरिक के खिलाफ कुछ भी नहीं है।"
इस प्रदर्शन को 'नागरिक मार्च' के रूप में पेश किया गया। यह औपचारिक रूप से किसी संगठन या समुदाय द्वारा आयोजित नहीं किया गया था। इसमें हालांकि डूसू और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के सदस्यों ने भी भाग लिया। इस दौरान सीएए की व्याख्या करने वाले पोस्टर भी वितरित किए गए।
Updated on:
21 Dec 2019 08:51 am
Published on:
20 Dec 2019 11:49 pm
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