
संजय राउत और सुनील राउत
नई दिल्ली। एक दिन पहले महाराष्ट्र में उद्धव कैबिनेट का विस्तार होने के बाद से पार्टी के कुछ विधायक नाराज चल रहे हैं। नाराज होने वाले विधायकों में संजय राउत से जुड़े विधायकों का नाम लिया जा रहा है। लेकिन शिवसेना के विधायक सुनील राउत ने उन सभी अटकलों को खारिज कर दिया, जिनमें कहा गया था कि वह पार्टी के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार में मंत्री पद से इनकार किए जाने से नाखुश हैं और विधायक के तौर पर पार्टी छोड़ने की योजना बना रहे हैं।
संजय राउत के भाई और शिवसेना विधायक सुनील राउत ने एक बयान में कहा है कि ये सभी फर्जी और भ्रामक खबरें फैलाई जा रही हैं। एक विधायक से पहले मैं शिवसेना का एक अनुशासित सिपाही हूं। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में राज्य में सत्ता संभालने से बेहतर कोई खबर नहीं है।
दूसरी तरफ हकीकत यह है कि सोमवार को ठाकरे के मंत्रिमंडल विस्तार से संबंधित कार्यक्रम में सुनील राउत के बड़े भाई और शिवसेना के राज्यसभा सांसद संजय राउत नहीं पहुंचे, जिसके बाद सुनील राउत के बारे में अटकलें लगने लगी। पार्टी के पदाधिकारियों ने इस तरह के सभी अनुमानों को खारिज कर दिया और कहा कि राउत शायद कहीं न कहीं व्यस्त हैं, जिसकी वजह से वह मंत्रिमंडल विस्तार समारोह में शामिल नहीं हुए।
दोपहर बाद से ही मीडिया के एक वर्ग में अफवाहें थीं कि दोनों राउत भाई बहुत परेशान हैं और इसलिए संजय राउत ने कथित तौर पर शपथ ग्रहण समारोह का बहिष्कार किया है। ठाकरे ने खुद इस तरह की अटकलों को खारिज कर दिया और कहा कि उन्होंने शाम को पहली पूर्ण कैबिनेट बैठक आयोजित करने के बाद ऐसी कोई बात नहीं सुनी है।
Updated on:
31 Dec 2019 09:33 am
Published on:
31 Dec 2019 09:30 am
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