27 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

नोटबंदी का विरोध करने वाले देशद्रोही : बाबा रामदेव

उन्होंने कहा कि इस साहसिक कदम का विरोध करने वाले राजनीतिक दल जनता को गुमराह कर रहे हैं

2 min read
Google source verification

image

Jameel Ahmed Khan

Nov 21, 2016

Patanjali Aastha Baba Ramdev

Patanjali Aastha Baba Ramdev

नई दिल्ली। योग गुरू बाबा रामदेव ने नोटबंदी का विरोध करने वालों को 'देशद्रोहीÓ करार देते हुए सोमवार को कहा कि मंदिरों में छिपी अकूत संपत्ति का भी खुलासा होना चाहिए। बाबा रामदेव ने नोटबंदी के फैसले को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के समर्थन में उतरे हिंदू साधू-संतों के साथ एक संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि इस फैसले का विरोध करने वाले देशद्रोही हैं ।

उन्होंने कहा कि इस साहसिक कदम का विरोध करने वाले राजनीतिक दल जनता को गुमराह कर रहे हैं। उन्होंने इन राजनीतिक दलों से सवाल किया कि इस फैसले में गलत क्या है। उन्होंने कहा कि नोटबंदी जैसा कड़ा कदम उठाने के कारण मोदी की जान को खतरा है, इसलिए उनकी सुरक्षा बढ़ाई जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि ऐसी बात सामने आई है कि मंदिरों में जमा अधिकांश पैसा बेनामी और कालाधन है। मंदिरों को या तो स्कूल, अस्पताल जैसे जनहित के काम करने चाहिए या अतिरिक्त पैसे का सरकार के समक्ष खुलासा करना चाहिए।

नोटबंदी के खिलाफ भाकपा का विरोध प्रदर्शन 23 को
पटना। केंद्र सरकार के 500 और 1000 रुपए के नोट को चलन से बाहर करने के फैसले के खिलाफ भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) 23 नवंबर को बिहार में विरोध प्रदर्शन करेगी। भाकपा के राज्य सचिव सत्यनारायण सिंह ने बताया, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नोटबंदी के फैसले से जनता की परेशानियां दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही हैं। कालेधन पर रोक लगाने के नाम पर बिना विचार किए कि इस फैसले का जनजीवन पर क्या कुप्रभाव पड़ेगा केन्द्र सरकार ने गैर जिम्मेदाराना ढंग से नोटबंदी लागू कर दी। सरकार के इस निर्णय के विरोध में पार्टी 23 नवंबर को राज्य के सभी जिलों में विरोध प्रदर्शन करेगी। हमारी मांग है कि जनता की परेशानियों को देखते हुए केन्द्र सरकार जब तक वैकल्पिक व्यवस्था नहीं करती है तब तक वह नोटबंदी के फैसले को लागू नहीं करें।

सिंह ने केन्द्र सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि खुदरा बाजार में बिक्री बहुत घट गई है क्योंकि उपभोक्ताओं के पास सामान खरीदने के पैसे नहीं हैं। छोटे-छोटे निर्माण कार्य ठप्प हो गए हैं, जिससे बड़ी संख्या में मजदूर बेरोजगार हो गए हैं। शादी-विवाह वाले परिवार तो और ज्यादा परेशानी झेल रहे हैं। बैंकों में आवश्यकतानुसार नोट नहीं हैं। अधिकांश एटीएम बंद पड़े हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में तो आम जनता की परेशानियां और ज्यादा है क्योंकि बैंकों की शाखाएं घर से बहुत दूर होती हैं। आम जनता की इन परेशानियों को देखते हुए भी मोदी सरकार उन्हें राहत देने के लिए कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं कर रही है।

उन्होंने कालाधन पर लगाम लगाने के लिए नोटबंदी लागू करने को मोदी सरकार और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का ढोंग बताया और कहा कि कालाधन के मामले में केन्द्र सरकार गंभीर नहीं है। देश के बाहर बैंकों में भारत का बहुत कालाधन है जिसे लाने में मोदी सरकार अबतक विफल रही है। देश के अंदर कालाधन रखने वालों में अधिकतर वैसे लोग हैं जिन्होंने

बैंकों का लाखों-करोड़ रुपए कर्ज नहीं चुकाया है। ऐसे लोग करोड़ों रुपए के बड़े-बड़े फॉर्म बना रखे हैं। लेकिन, भाजपा की की नेतृत्व वाली केन्द्र सरकार इनके कालेधन के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। इन विफलताओं को छिपाने के लिए सरकार ने जल्दबाजी में नोटबंदी लागू कर आम आदमी के सामने परेशानियों का पहाड़ खड़ा कर दिया है।

ये भी पढ़ें

image