
बाहर से लोगों का आना शुरू, प्रवासियों की सूची बनाने में जुटा प्रशासन, अन्य जिलों से आने लगी सूचियां
प्रतापगढ़. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निर्देश के बाद लॉकडाउन में प्रदेश के दूसरे जिलों में फंसे प्रवासियों को अपने गृह जिलों में भेजने का काम शुरू हो गया है। इसी के तहत जिला कलक्टर एक दूसरों को अपने यहां के प्रवासियों की सूचियों का आदान प्रदान कर रहे हैं। इस बीच सोमवार को कोटा से भी एक दल प्रतापगढ़ पहुंचा। बुधवार को कुछ जिलों से लोग आएंगे। इधर, जिले में बाहर जाने और बाहर से आने वालों का सर्वे कर लिया गया है। एक दो दिन में इस सर्वे के आधार पर प्रवासियों को लाने का काम शुरू हो जाएगा। प्रतापगढ़ में झालावाड़, बांसवाड़ा और बीकानेर आदि जिलों से प्रतापगढ़ आने वाले 28 4 लोगों की सूची उदयपुर जिला कलक्टर के मार्फत आई है। इसमें बताया गया है कि इन लोगों को सबंधित जिला प्रशासन द्वारा मंगलवार को रवाना किया जाएगा।
रखेंगे होम क्वारेंटाइन
दूसरे जिलों से आने वाले लोगों की पहले जिला मुख्यालय पर स्वास्थ्य विभाग की टीम जांच करेगी। उनकी थर्मल स्कैनिंग की जाएगी। यदि किसी में कोरोना के प्रारंभिक लक्षण भी पाए गए तो उसे यहां रखा जाएगा। अन्यथा उसे होम क्वारेंटाइन कर दिया जाएगा। इसके लिए प्रत्येक व्यक्ति को होम क्वारेंटाइन में रहने का नोटिस दिया जाएगा।
पटवारी कर रहे सर्वेक्षण
अब पटवारियों और बीएलओ के माध्यम से शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में सर्वे कर यह पता लगाया जा रहा है कि किस गांव में कितने लोग जिले से बाहर रह रहे हैं और कितने ऐसे लोग हैं जो बाहरी जिले और राज्य के रहने वाले हैं। ये लोग जाना चाहते हैं या नहीं। इसके सूचना जिले वार राज्य सरकार के पास भेजी जाएगी। वहां से संबंधित राज्यों की सरकार से बात कर प्रवासियों को लाने और भेजने की व्यवस्था की जाएगी। जिले में सर्वे का यह काम सोमवार को भी चलता रहा। इस सर्वे की रिपोर्ट मंगलवार तक आने की संभावना है।
अब भी पैदल आ रहे मजदूर
मजदूरों को संबंधित जिलों में भेजने की सरकार की कवायद के बावजूद लोग अपने स्तर पर पैदल ही जिले में आ रहे हैं। सोमवार को मावली से मजदूरों का एक दल धोलापानी होता हुआ पैदल ही प्रतापगढ़ आया। इस दल में शामिल प्रकाश मीणा ने बताया कि वे मावली में काम कर रहे थे। अब उनके गांव रायपुर जंगल जा रहे हैं। रास्ते में उन्हें किसी ने नहीं रोका। अब कल तक अपने गांव पहुंच जाएगे।
अब तक 31 लाख 6 9 हजार लोगों की स्क्रीनिंग
प्रतापगढ. कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की विभिन्न टीमों द्वारा जिले में अब तक 31 लाख 6 9 हजार 6 8 2 लोगों की स्क्रीनिंग की गई है। जबकि 383 सैंपल जांच के लिए गए हैं। जिनमें से 359 सैम्पल नेगेटिव आए हैं वहीं 24 की रिपोर्ट पेंडिंग है। अब तक 21 लाख 6 8 हजार 907 लोगों की दुबारा से स्क्रीनिंग की गई है। सूचना के अनुसार 107 लोगो की दुबारा टेस्ट जांच की गई। जिला स्तरीय नियंत्रण कक्ष से प्राप्त सूचना के अनुसार 35 लोग क्वारेंटाइन सेंटर में है एवं 736 व्यक्ति होम क्योंरेटाइन हैं। उल्लेखनीय है कि कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम के लिए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की विभिन्न टीमों द्वारा नियमित रूप से स्क्रीनिंग की जा रही है। जिले में स्क्रीनिंग का चतुर्थ दौर चल रहा है।
दूसरे जिलों आने वालेां की लोगों की स्क्रीनिंग के निर्देश
जिला कलक्टर अनुपमा जोरवाल ने उपखंड अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि लॉक डाउन की अवधि में अन्य राज्यों से परमिट आदि लेकर वाहनों से जिले में प्रवेश करने वाले सभी व्यक्तियों की आवश्यक रूप से स्क्रीनिंग कराएं। जिला कलक्टर ने कहा कि अपने शहर एवं गांव जाने वाले लोगों की संख्या बढऩे की संभावना है। उन्होंने सभी उपखण्ड अधिकारियों को उनके क्षेत्र का प्रभारी नियुक्त कर निर्देश दिए है कि वे गृह विभाग से प्राप्त महत्वपूर्ण निर्देशों के अनुरूप कार्यवाही करें। उन्होंने बताया कि इसके लिए राज्य की सीमा वाले जिलों में चैक पोस्ट स्थापित करें एवं सभी आगन्तुकों का पंजीकरण करें एवं उनकी स्क्रीनिंग करें।
प्रतापगढ़ में 6 साधुओं का क्वारेंटाइन समय पूरा, यूपी के है साधू, पूजा-पाठ कर गुजार रहे समय
प्रतापगढ़ यहां जनजाति बालक खेल अकादमी में क्वारेंटाइन उत्तर प्रदेश के 6 साधु पूरी तरह से स्वस्थ्य है।जो अब 34 दिन बाद घर वापसी का इंतजार कर रहे हैं। इनका क्वॉरेंटाइन अवधि भी पूरी हो चुकी है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उन्होंने इसके लिए गुहार लगाई है। ये 6 साधु 24 मार्च से प्रतापगढ़ में फंसे हुए हैं। उत्तर प्रदेश के बांदा जिले के रहने वाले यह 6 साधु घूमते हुए बेणेश्वर धाम पहुंचे थे। जो वापसी में 24 मार्च को प्रतापगढ़ पहुंचे और लॉक डाउन में यही फंस कर रह गए। तभी से जिला प्रशासन की ओर से इनको जनजाति बालक खेल अकादमी में क्वारेंटाइन किया गया था। क्वारेंटाइन अवधि भी पूर्ण हो चुकी है। सभी साधु भी स्वस्थ है। जिला प्रशासन ने इनको भेजने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार के अधिकारियों से संपर्क भी किया था। लेकिन अभी कोई बात नहीं बनी। जिला प्रशासन द्वारा हालांकि इनके रहने और खाने-पीने की उचित व्यवस्था की गई है। इनको कोई परेशानी यहां पर नहीं है।लेकिन इतनी लंबी अवधि बीत जाने से यह साधु अब घर जाने की बात कर रहे हैं। इन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से गुहार लगाई है। क्वॉरेंटाइन सेंटर में रह रहे यह साधु रोजाना पूजा-पाठ में अपना समय व्यतीत कर रहे हैं। जिला प्रशासन की ओर से भी इनके खानपान और आवास के उचित इंतजाम किए गए हैं।
बाहर से लोगों को लाने का काम चल रहा है
जिले के बाहर लॉकडाउन में रह रहे लोगों को लाने का काम चल रहा है। विभिन्न जिलों से हमारे पास सूचियां आ रही है। यहां आने वाले लोगों की जांच करवाकर उन्हें होम क्वारेंटाइन करेंगे।
. गोपाललाल स्वर्णकार, अतिरिक्त जिला कलक्टर, प्रतापगढ़
Published on:
28 Apr 2020 06:00 am
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