उत्तर प्रदेश में मानसून की रफ्तार फिर धीमी हो गई है। लखनऊ समेत कई जिलों में पिछले दो दिनों से तेज धूप और उमस बढ़ गई है। 25 जुलाई के बाद फिर से नया सिस्टम बनने की संभावना है, जिससे प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है और मानसून दोबारा सक्रिय हो सकता है।
उत्तर प्रदेश में मानसून की रफ्तार एक बार फिर धीमी पड़ गई है। राजधानी लखनऊ और आसपास के जिलों में पिछले दो दिनों से तेज धूप और उमसभरी गर्मी का असर देखा जा रहा है। मंगलवार को लखनऊ का अधिकतम तापमान 36.4 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जो सामान्य से करीब चार डिग्री ज्यादा है। मौसम विभाग का अनुमान है कि बुधवार को गर्मी और उमस में और भी बढ़ोतरी हो सकती है।
मौसम वैज्ञानिक अतुल सिंह ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में बना कम दबाव का क्षेत्र अब कमजोर हो गया है। इसकी वजह से उत्तर प्रदेश में अभी भारी बारिश की कोई संभावना नहीं है। हालांकि, मंगलवार को राज्य के कुछ दक्षिण-पश्चिमी और तराई क्षेत्रों में हल्की बूंदाबांदी जरूर हुई, लेकिन यह मानसून को सक्रिय करने के लिए काफी नहीं है।
फिलहाल प्रदेश में कोई सक्रिय मौसमी सिस्टम नहीं है, जिस वजह से बारिश की गतिविधियां कमजोर हो गई हैं। लेकिन राहत की उम्मीद 25 जुलाई के बाद बन सकती है। मौसम विभाग के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में एक और नया कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है। इससे लखनऊ समेत कई जिलों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है और मानसून दोबारा रफ्तार पकड़ सकता है।
जब तक बारिश नहीं होती, तब तक लोगों को तेज गर्मी और उमस का सामना करना पड़ेगा।