रायगढ़

Raigarh : जंगली हाथी की मौत के बाद भी नहीं सुधरे.. ठप हो गया हाई टेंशन बिजली तारों को ऊंचा करने का काम

इस हादसा को रोकने बिजली विभाग व वन विभाग को आपसी सामांजस्य से अव्यवस्था को दूर करना था, लेकिन यह काम कागजों में ही हुआ..

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Oct 12, 2023

धरमजयगढ़. वन मंडल में एक हाथी की मौत हाईटेंशन बिजली तार की चपेट में आने से हुई। हाईटेंशन बिजली तार की चपेट में आने से मौत का यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी हाथी की मौत करंट की चपेट में आने से हुई। इस हादसा को रोकने बिजली विभाग व वन विभाग को आपसी सामांजस्य से अव्यवस्था को दूर करना था, लेकिन यह काम कागजों में ही हुआ। यही वजह है कि फिर एक हाथी की मौत करंट की चपेट में आने से हुई है।


रायगढ़. उल्लेखनीय है कि धरमजयगढ़ वन मंडल हाथियों का स्थायी रहवास क्षेत्र बन चुका है। इसकी वजह से कभी हाथी के हमले से इंसान की मौत तो कभी करंट की चपेट में आने जंगली हाथी की मौत के घटनाएं लगातार आती है। धरमजयगढ़ वन मंडल में बिजली करंट की चपेट में आने से मौत होने का यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी क्षेत्र में हाथियों की मौत बिजली करंट की चपेट में आने से हुई है। ऐसे में बिजली विभाग व वन विभाग को सामाजस्य बनाते हुए कार्य करने का निर्देश कलेक्टर ने टीएल बैठक में दिया था, लेकिन यह अव्यवस्था दूर नहीं हो सकी। इसकी वजह से फिर से हादसा हुआ।

उल्लेखनीय है कि वन विभाग के द्वारा जंगल सहित वन्य प्राणियों की सुरक्षा को लेकर बीट निर्धारित करते हुए कर्मचारी व अधिकारियों को जिम्मेदारी दी जाती है, ताकि संबंधित क्षेत्र में गश्त करते हुए उनकी सुरक्षा की जा सके। इसमें जंगल की सुरक्षा को लेकर तो गश्त करना होता है। वहीं कही बिजली करंट तो कही अन्य हादसा होने की आशंका पर भी नजर रखा जाना होता है, लेकिन ऐसा नहीं किया गया। यहीं वजह है कि धरमजयगढ़ परिक्षेत्र में बुधवार की रात करंट की चपेट में आने से हाथी की मौत हो गई। इधर वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि हाथी प्रभावित क्षेत्रों में मुनादी कराकर ग्रामीणों को हाथी से सावधान रहने की अपील की जा रही है। वहीं यह कहा जा रहा है कि बिजली विभाग के अधिकारियों के साथ संबंधित क्षेत्रों में भ्रमण भी किया जा रहा है।

भयभीत ग्रामीण रतजगा करने को मजबूर
धरमजयगढ़ वन मंडल में हाथियों की हर समय मौजूदगी रहती है। पिछले कुछ दिनों से हाथियों के द्वारा ग्रामीणों की फसल को भी नुकसान पहुंचाया जा रहा है। इससे भयभीत2 ग्रामीण फसल की रखवाली करने के लिए रतजगा भी कर रहे हैं।

91 हाथियों का दल कर रहा विचरण
वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार इन दिनों धरमजयगढ़ वन परिक्षेत्र के ही 91 हाथियों का दल अलग-अलग दल में विचरण कर रहा रहा है। इसमें नर हाथियों की संख्या 26 व 41 मादा के अलावा 24 शावक शामिल हैं। धरमजयगढ़ के आमगांव में जहां 25 जंगली हाथी, इंचपारा में 22 जंगली हाथी के अलावा अलग-अलग रेंज में जंगली हाथियों की मौजदूगी है। हाथी प्रभावित गांवों में इन दिनों जंगली हाथियों का आतंक अधिक बढ़ गया है जिससे गांव के ग्रामीण भी दहशत में आ गए हैं।

Published on:
12 Oct 2023 03:09 pm
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