मुख्यमंत्री भूपेश ने दिए कुछ महत्वपूर्ण सुझाव1. कृषकों को उनकी उपज का लाभप्रद मूल्य देना होगा ताकि बाजार में मांग में कमी न आए। 2. पशुपालन एवं कृषि क्षेत्र की अन्य गतिविधियों को बढ़ावा देना होगा। 3. खाद्यान्नों के उपयोग और निराकरण के लिए वैकल्पिक तरीके अपनाने होंगे। 4. खाद्यान्नों से एथेनॉल बनाने की अनुमति देने, फूड प्रोसेसिंग इकाइयां स्थापित करने, फूड पार्क की स्थापना, पूंजी अनुदान, ब्याज अनुदान तथा जीएसटी से राहत जैसे उपाय करना होगा। 5. ग्रामोद्योग, लघु वनोपजों के प्रसंस्करण, औषधि पौधों के प्रसंस्करण एवं मार्केटिंग पर अधिक जोर देने की आवश्यकता। छत्तीसगढ़ के उद्योगों में निवेश का आह्वानसीएम बघेल ने उद्योगपतियों का छत्तीसगढ़ में उद्योग के लिए निवेश करने का आह्वान करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ की सहयोगात्मक उद्योग नीति है, जिसमें लचीलापन है। कुपोषण, स्वास्थ्य, शिक्षा और रोजगार पर फोकसछत्तीसगढ़ में नक्सली समस्या पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हमनें लोगों का विश्वास जीतने का काम किया है जिससे समस्या में 50 फीसदी तक की कमी आई है। गरीबी और कुपोषण दूर करने का साथ ही स्वास्थ्य, शिक्षा और रोजगार मुहैया कराया है।[typography_font:18pt;” >रायपुर. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रधानमंत्री पर एक बार फिर जवाबी हमला करते हुए कहा कि मोदी का संकल्प देश को 50 खरब डॉलर की इकोनॉमी बनाने का है। लेकिन, क्या प्रत्येक व्यक्ति तक बुनियादी जरूरतें मुहैया हो सकेंगी? अगर देश के प्रत्येक व्यक्ति तक बुनियादी जरूरतें पूरी नहीं होंगी तो 50 खरब डॉलर का अर्थतंत्र बनाने का कोई फायदा ही नहीं।भूपेश बघेल ने शनिवार को फिक्की के 92वें वार्षिक सम्मेलन ‘इंडिया : रोड मैप टू ए पांच ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी’ विषय पर अपने विचार रखेते हुए कहा कि 50 खरब डॉलर का अर्थतंत्र तभी फायदेमंद है जब देश के हर एक इंसान की सभी बुनियादी जरूरतें पूरी हो सकें। सीएम बघेल ने साथ देश की अर्थव्यवस्था की गति बढ़ाने के लिए केंद्र सरकार को कुछ उपाय और सुझाव भी दिए। पर्यटन क्षेत्रों में हो रहे है तेजी से डेंवलपमेंटउन्होंने कहा कि पर्यटन के क्षेत्र में उनकी सरकार काफी काम कर रही है। इको टूरिज्म, राम वनगमन पथ की कार्ययोजना भी बनाई गई है। बस्तर के साथ ही सरगुजा, कोरिया आदि क्षेत्रों में भी पर्यटन के क्षेत्र में काम किया जा रहा है।