
रायपुर. कांग्रेस में मचे सियासी घमासान (Congress Controversy) पर छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ रमन सिंह (Raman Singh) ने प्रतिक्रिया दी है। रमन सिंह ने कहा, देश की राजनीति में जिस प्रकार लोग इंतजार कर रहे थे, वह अब सामने है। कांग्रेस में वरिष्ठ नेताओं के सब्र का बांध टूट गया है। उन्होंने कांग्रेस नेतृत्व पर सवाल खड़े करते हुए कहा, सीडब्ल्यूसी के 23 नेताओं ने जिन्होंने जीवन खपा दिया उन्होंने मांग की है कि गांधी परिवार से अलग नेतृत्व दिया जाए। यह कांग्रेस जनों की निराशा को दिखाता है। कांग्रेस के भीतर जो हालात है, वह दिख रहा है। लगातार जो पराजय पार्टी ने झेली है, उसकी हताशा भी दिख रही है।
रमन सिंह ने राहुल गांधी पर भी निशाना साधते हुए कहा, जितनी उनकी उम्र नहीं है उतना वरिष्ठ नेताओं का अनुभव है। उन पर आरोप लगाना हास्यास्पद है। उन्होंने कहा, कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की मानसिकता अब झलकने लगी है। ज्यादा दिन गांधी परिवार के भरोसे रहना नहीं चाहते। छत्तीसगढ़ में जिस तरह से चिट्ठी लिखी गई, उससे साफ हो जाता है कि भीतर ही भीतर यहां भी विभाजन की रेखा खिंच गई है। छत्तीसगढ़ में नेताओं की स्थायी चिट्ठी तैयार रहती है। जब भी स्वामिभक्ति दिखाने का वक़्त आता है, चिट्ठी भेज दी जाती है।
25 अगस्त से शुरू हो रहे छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र पर रमन सिंह ने कहा, सरकार को कोल माफिया, शराब माफिया, रेत माफिया जैसे मुद्दों पर घेरेगी। उन्होंने कहा, विपक्ष के मुद्दे दरअसल जनता के मुद्दे हैं। प्रदेश में कोल माफिया, शराब माफिया, रेत माफिया काम कर रहे हैं। अलग-अलग माफिया सक्रिय हो गए हैं। किसानों को यूरिया नहीं मिल रहा, लेकिन ब्लैक में व्यापारियों को यूरिया आसानी से मिल जा रहा है। यूरिया के दुकानों में बड़ी लाइन लग रही है। सरकार कहती है कि यूरिया का रैक नहीं आया, यदि रैक नहीं आया तो व्यापारियों के हाथ कैसे लग रहे हैं। इन्हीं सब मुद्दों को उठाएंगे। वक़्त कम है, लेकिन कोशिश होगी कि ज्यादा से ज्यादा मुद्दे उठाये जाएं।
Published on:
24 Aug 2020 06:51 pm
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