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ओवरफ्लो हुए कई डैम, शिवनाथ नदी में छोड़ा रहा 25250 क्यूसेक पानी, देखें बाधों की स्थिति

CG Heavy Rain: प्रदेश में तेज बारिश के चलते कई जगह जलभराव की स्थिति हो गई है। नदियां जहां उफान पर है तो वहीं दूसरी ओर कई डैम ओवरफ्लो हो गए हैं..

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CG Heavy rain

झमाझम बारिश के बाद छलक रहे बांधों का पानी ( Photo - Patrika )

CG Heavy Rain: प्रदेश में बीते 24 घंटे में हुई तेज भारी से बांधों का पानी छलक रहा है। कई जलाशयों से पानी छोड़ा जा रहा है। दुर्ग संभाग के जिलों में आने वाले कुछ जलाशयों में तेजी से जलभराव हुआ है। (CG News) इससे नदी और नालों से जलाशयों में पर्याप्त पानी पहुंच रहा है। बारिश से पहले लगभग तल तक सूख चुके जलाशयों में एक तिहाई से ज्यादा पानी का भराव हो गया है। खरखरा जलाशय में 27 फीसदी से ज्यादा जलभराव हो चुका है। इसी तरह धमतरी के गंगरेल बांध भी ओवरफ्लो हो गया है।

CG Heavy Rain: तांदुला जलाशय में भी 38 फीसदी से ज्यादा जलभराव

बता दें कि निस्तारी के लिए उपयोगी तांदुला जलाशय में भी 38 फीसदी से ज्यादा जलभराव हो गया है। इस बार अच्छी बारिश के कारण जुलाई के दूसरे सप्ताह में राजनांदगांव के मोंगरा बैराज से पानी छोड़ना पड़ा था। शिवनाथ में मोंगरा बैराज से एक दिन पहले फिर से 10 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया। जिसे शुक्रवार को इसे घटाकर 4000 क्यूसेक कर दिया। इसके साथ ही जिले में भी रूक-रूककर बारिश हो रही है। इससे दुर्ग के महमरा एनीकट के ऊपर एक बार फिर पानी का स्तर बढ़ रहा है।

खारून का भी बढ़ा जलस्तर

जिले में पाटन के सरहदी इलाके से होकर गुजरने वाली खारून नदी का भी जलस्तर बढ़ गया है। दो दिन पहले तक ठकुराइन टोला एनीकट के ऊपर महज आधा फीट पानी चल रहा था। अब करीब तीन फीट पानी चल रहा है।

पिछली बार हो गए थे लबालब

पिछली बार जुलाई के आखिर तक तांदुला और खरखरा दोनों जलाशय लबालब हो गए थे। तांदुला में 70 और खरखरा में 72 फीसदी से ज्यादा जलभराव हो चुका था।

बांगो बांध 63 प्रतिशत भरा

कोरबा जिले में रह-रह कर हो रही बारिश से हसदेव नदी पर स्थित मिनीमाता हसदेव बांगो बांध में पानी का स्तर तेजी से बढ़ रहा है। जानकारी के अनुसार बांगो बांध में अब तक 63 प्रतिशत पानी भर गया हैं। पिछले 24 घंटे में डेढ़ मीटर पानी बांध में भर रहा है।

गंगरेल बांध की स्थिति

धमतरी जिले में हो रही बारिश से बांधों के जलस्तर में धीरे-धीरे बढ़ोत्तरी हो रही है। बीते चार दिनों से हुई बारिश से गंगरेल बांध का जलस्तर 3 प्रतिशत बढ़ा गया था। वहीं बीते 24 घंटे में हुई तेज बारिश के बाद गंगरेल बांध का जलस्तर 56 प्रतिशत से बढ़कर 65 प्रतिशत के आसपास हो गया है। हालांकि अभी स्पष्ट आंकड़े आने बाकी है।

शिवनाथ में जलाशयों से फिर छोड़ा 25250 क्यूसेक पानी

दो दिन से अच्छी बारिश के कारण जलाशयों में तेजी से पानी पहुंच रहा है। जलाशयों से शिवनाथ नदी में फिर 25 हजार 250 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। इससे पहले केवल 5 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा था। पूरी रात बारिश के कारण सहायक नदी-नालों से भी शिवनाथ में तेजी से पानी पहुंच रहा है। इसके चलते शिवनाथ का जलस्तर फिर बढऩा शुरू हो गया है। शनिवार की शाम तक शिवनाथ के महमरा एनीकट के ऊपर करीब साढ़े 5 फीट पानी चल रहा था। मोंगरा बैराज से 14 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। इसके अलावा घुमरिया नाला से 1 हजार 500 क्यूसेक, सूखा नाला से 9 हजार 300 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है।

तांदुला जलाशय

कुल क्षमता - 10674 मि. घनफीट

जलभराव - 4056.12 मि. घनफीट

प्रतिशत -38

खरखरा जलाशय

भराव क्षमता - 5000 मि. घनफीट

जलभराव - 1350 मि, घनफीट

प्रतिशत -27

खपरी

कुल क्षमता -4613 मि. घनफीट

जल भराव - 4613 मि. घनफीट

प्रतिशत - 100

भारी बारिश का अलर्ट

मौसम विभाग ने दुर्ग जिले में बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। एक-दो स्थानों पर भारी बारिश की चेतावनी भी दी गई है। पहले गुरुवार की रात को 38.6 मिमी. बारिश दर्ज की गई थी, वहीं शुक्रवार को दिनभर बादल छाए रहे, लेकिन शाम होते-होते बरस पड़े। शाम 5.30 बजे तक 2.6 मिमी. बारिश रिकॉर्ड हुई। वहीं इसके बाद रात 7 बजे से हल्की बारिश की शुरुआत हुई। देर रात तक रुक रुककर बारिश होती रही।

इससे तापमान में थोड़ी गिरावट आई है। दिन का अधिकतम तापमान औसत से 1.1 डिग्री की गिरावट के बाद न्यूनतम स्तर 30.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं रात का पारा सामान्य से 4.1 डिग्री की गिरावट के बाद 20.2 डिग्री दर्ज हुआ। मौसम विशेषज्ञ एचपी चंद्रा ने बताया कि, तटीय पश्चिम बंगाल क्षेत्र पर बने अबदाब के कारण छत्तीसगढ़ में 27 जुलाई को भी अच्छी बारिश होने की संभावना है। 28 जुलाई से वर्षा वितरण और तीव्रता में कमी आना शुरू होगा।