
CG News: छत्तीसग्रह के रायपुर शहर में मोपेड, ऑटो और कार में लाखों टन सीमेंट परिवहन का अनूठा मामला उजागर हुआ है, जहां सीमेंट कंपनी नुवोको विस्टास कार्पोरेशन लिमिटेड ने बोगस बिलिंग कर प्रदेशभर में अपने डीलरों को कई टन सीमेंट का परिवहन किया। इसके लिए मोपेड, ऑटो, कार के साथ ही ब्लैक लिस्टेड और अनफिट वाहन (कंडम वाहन) का उपयोग किया गया। साथ ही दस्तावेजों में बकायदा इसका उल्लेख भी किया गया।
CG News: डीलरों के पास सीमेंट की डिलीवरी समय पर नहीं करने पर कई बार कंपनी में शिकायत की गई। लेकिन, हर बार उन्हें सिर्फ आश्वासन ही मिलता था। इसके चलते अनुबंध की अवधि समाप्त होने के बाद डीलरों ने दोबारा ऑर्डर नहीं दिया। साथ ही एडवांस में जमा की गई सीमेंट की रकम लौटाने को कहा। इस दौरान गोलमोल जबाव देने पर डीलरों को संदेह हुआ। इसके संबंध में जानकारी जुटाने पर पता चला कि यह खेल गुजरात की सीमेंट कंपनी द्वारा पिछले 25 सालों से किया जा रहा था।
फर्जीवाड़ा करने के लिए रायपुर के मैग्नेटो मॉल में कंपनी का दफ्तर से खोला था। वहीं अपने सीमेंट का प्रचार-प्रसार करने के लिए एजेंटों के माध्यम से दुकानदारों से संपर्क किया जाता था। डीलरशिप लेने पर आकर्षक कमीशन देने का वायदा कर एडवांस राशि जमा करने पर डीलरशिप दी जाती थी, जबकि सीमेंट की बुकिंग कराने के बाद डिलीवरी में हेरीफेरी होती थी।दस्तावेजों में पूरा माॅल भेजना बताया जाता था। साथ ही जीएसटी चोरी करने के लिए कागजों में बकायदा इसकी बिलिंग होती थी।
बालोद के जय ट्रेडर्स की संचालिका मोनिका जैन ने वर्ष 2020-21 में 122968 बोरी और 2021- 22 में 88337 बोरी सीमेंट खरीदने के लिए 20 लाख रुपए कंपनी में एडवांस जमा कराया। लेकिन, उसे आर्डर के अनुरूप सीमेंट नहीं भेजा गया। फरवरी 2022में एग्रीमेंट की अवधि समाप्त होने के बाद भी फर्म को 7820 बोरा सीमेंट नहीं भेजा गया। उल्टे एडवांस भुगतान की राशि को समायोजित कर लिया। इसके संबंध में पूछताछ करने पर कंपनी के अधिकारियों ने सीमेंट के बैग की डिलीवरी करना बताया।
कंपनी द्वारा सीमेंट की ढुलाई किस वाहन द्वारा की गई इसके नंबरों की जांच करने पर पता चला कि मोपेड पर 20 से 30 मीट्रिक टन, मोटरसाइकिल एवं स्कूटर पर 30 मीट्रिक टन, ऑटो पर 17 से 25 मीट्रिक टन, कार पर 22 से 30 मीट्रिक टन, ट्रैक्टर पर 25 मीट्रिक टन सीमेंट की ढुलाई की गई। वहीं ब्लैकलिस्टेड और कंडम वाहनों का उपयोग किया गया। सूत्रों का कहना है कि सीमेंट की ढुलाई में वाहनों का नंबर बदला गया या फिर सिर्फ कागजों में इसे भेजना बताया गया। इन सभी वाहनों के नंबरों की जांच करने पर इसका खुलासा हुआ। इसके संबंंध में पूछताछ करने पर कंपनी के एमडी विजय गोस्वामी द्वारा कोई जवाब नहीं दिया गया।
Updated on:
30 Sept 2024 08:19 am
Published on:
30 Sept 2024 08:17 am
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