माना जा रहा है कि रेणुका सिंह को जनजातीय कार्य मंत्रालय (Ministry of Tribal Affairs) दिए जाने से छत्तीसगढ़ समेत पूरे देश में आदिवासियों के बीच भारतीय जनता पार्टी की पकड़ मजबूत होगी। बतादें कि रेणुका सिंह छत्तीसगढ़ की पहली आदिवासी महिला सांसद (Chhattisgarh Tribal MP) हैं, जिन्हें केन्द्रीय राज्य मंत्री बनाया गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने छत्तीसगढ़ से आदिवासी महिला पर भरोसा जताते हुए सरगुजा लोकसभा सीट से पहली बार चुनाव जीतकर सांसद बनी रेणुका सिंह को केंद्रीय राज्य मंत्री बनाया है। भाजपा ने लोकसभा चुनाव में छत्तीसगढ़ से सभी नए प्रत्याशी को चुनाव मैदान में उतारा था। रेणुका सिंह ही एकमात्र ऐसी सांसद हैं, जिन्हें प्रशासनिक कार्यों का अनुभव है।
वे 2003 से 2005 तक रमन सरकार में महिला बाल विकास एवं समाज कल्याण विभाग मंत्री के पद पर पदस्थ रही हैं। इस अनुभव का लाभ उन्हें मिला। इसके अलावा रेणुका सिंह गौड़ समाज का प्रतिनिधित्व करती हैं। इस वजह से भी जातिगत समीकरण के पैमाने पर भी पूरी तरह से फीट बैठीं। साथ ही रेणुका सिंह को महिला होने का भी फायदा होने मिला है।
सरगुजा संभाग को साधा निशाना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रेणुका सिंह को मंत्रिमंडल में शामिल कर सरगुजा संभाग को साधने का बड़ा प्रयास किया है। यहां की जनता ने विधानसभा चुनाव में भाजपा को पूरी तरह से नकार दिया था। सरगुजा संभाग की 14 विधानसभा सीटों में से एक भी सीट पर भाजपा की उम्मीदवार चुनाव नहीं जीत सका था।
सरगुजा संभाग की सभी 14 विधानसभा सीटों पर कांग्रेस का कब्जा है। ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सरगुजा को प्रतिनिधित्व देकर यह बताने का प्रयास किया है कि केंद्र सरकार सरगुजा कि विकास कार्यों के लिए आज भी समर्पित है।
छत्तीसगढ़ से फिर आदिवासी को बनाया मंत्री
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM modi) ने छत्तीसगढ़ से एक बार फिर आदिवासी समाज को महत्व दिया है। पीएम मोदी के पिछले मंत्रिमंडल में रायगढ़ के सांसद विष्णुदेव साय को केंद्रीय इस्पात राज्य मंत्री बनाया था। जबकि इस बार सरगुजा की आदिवासी सांसद रेणुका सिंह (Tribal MP Renuka Singh) को जगह दी गई है।
मालूम हो कि इस बार भाजपा ने छत्तीसगढ़ के सभी 10 सांसदों की टिकट काट दी थी इसमें केंद्रीय इस्पात राज्य मंत्री विष्णुदेव साय का नाम भी शामिल था। साय का टिकट कटने की वजह से मोदी के मंत्रिमंडल में नए चेहरे को जगह मिल सकी।
रेणुका सिंह का राजनीतिक सफर
रेणुका सिंह (Sarguja MP Renuka Singh) का जन्म 5 फरवरी 1964 को कोरिया जिले के ग्राम पोंडी में हुआ। उनके पिता फूल सिंह और पति नरेंद्र सिंह हैं। उनके दो बेटे और दो बेटियां है। उन्होंने स्नातक तक की पढ़ाई की है।
अविभाजित मध्यप्रदेश में भाजपा ने रामानुजनगर मंडल की प्रथम महिला अध्यक्ष बनी थीं। 2000 से 2003 तक रामानुजनगर जनपद पंचायत सदस्य रहीं। 2001 से 2003 तक समाज कल्याण बोर्ड की सदस्य रहीं। वर्ष 2003 में रेणुका सिंह पहली बार प्रेमनगर विधानसभा सीट से विधायक बनीं।
2003 से 2005 तक राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार के रूप में महिला बाल विकास एवं समाज कल्याण विभाग की जिम्मेदारी संभाली। वर्ष 2005 से 2008 तथा 2008 से 2013 तक सरगुजा एवं उत्तर क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण उपाध्यक्ष रहीं। वर्ष 2008 में दूसरी बार विधानसभा का चुनाव जीता।
वर्ष 2013 में विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी खेलसाय सिंह ने उन्हें पराजित किया। इसके बाद 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा ने रेणुका सिंह का (MP Renuka Singh) टिकट काट दिया था। हालांकि 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी खेलसाय सिंह को पराजित कर सांसद बनी।