Coal and DMF Scam: सेंट्रल जेल रायपुर से रिहा होने के बाद मीडिया को झांसा देकर निलंबित आईएएस रानू साहू, समीर विश्नोई और सौम्या चौरसिया निकल गए।
Coal and DMF Scam: सेंट्रल जेल रायपुर से रिहा होने के बाद मीडिया को झांसा देकर निलंबित आईएएस रानू साहू, समीर विश्नोई और सौम्या चौरसिया निकल गए। वहीं रजनीकांत तिवारी, वीरेन्द्र जायसवाल और संदीप नायक के परिजन उन्हें लेने जेल परिसर में पहुंचे थे। लेकिन, सुबह करीब 9.30 बजे रिहाई के दौरान तेज बारिश के चलते किसी का ध्यान उनकी ओर नहीं गया। वह बड़े आराम से परिजनों के साथ जेल परिसर के बाहर निकल घर पहुंच गए। जहां परिवार वालों ने आरती और फूलों से स्वागत किया।
परिजनों से मुलाकात के बाद छत्तीसगढ़ छोड़कर दूसरे राज्यों के लिए रवाना हो गए। बता दें कि डीएमएफ और कोल स्कैम में साहू 22 महीने और समीर एवं सौम्या 30 महीने बाद जेल से रिहा हुए है। तीनों पर ईडी एवं ईओडब्ल्यू ने मामला दर्ज किया था।
बडी़ संख्या में पहुंचे मीडिया वालों को जेल प्रशासन ने गेट पर ही रोक दिया था। रिहा होते ही रानू साहू रेनकोट पहनकर अपने दोपहिया में निकल गई। हालांकि उन्हें लेने कार आई थी। पर मीडिया को देख वो दोपहिया में चली गईं। वहीं समीर विश्नोई छाता लेकर परिजनो से बात करते हुए कार में बैठ निकल गए। वहीं सौम्या को भिलाई से आई कार से सीधे निकल गई।
जेल से रिहा होने के बाद रजनीकांत तिवारी, वीरेन्द्र जायसवाल और संदीप नायक पैदल ही परिजनों के साथ गेट तक पहुंचे। इस दौरान रजनीकांत ऑटो और वीरेन्द्र एवं संदीप अपनी वाहन से रवाना हुए। रिहाई के दौरान बंदियों और कैदियो को सुनवाई के लिए कोर्ट ले जाने और लोगों के आवागमन का सिलसिला चल रहा था। इसके चलते उक्त तीनों पैदल ही मुख्य सड़क तक निकलने के बाद भी किसी ने पहचाना तक नहीं और वह बडे़ ही आराम से परिजनों के साथ अपनी वाहन में चले गए।