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स्ट्रांग रूम की निगरानी कर रहे कांग्रेस कार्यकर्ता की तबीयत बिगड़ने से मौत

स्ट्रांग रूमों में रखी गईं इवीएम में गड़बड़ी न हो जाए इससे आशंकित कांग्रेस व अन्य दलों के प्रत्याशी-कार्यकर्ता प्रदेशभर में पहरेदारी कर रहे हैं

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CGNews

स्ट्रांग रूम की निगरानी कर रहे कांग्रेस कार्यकर्ता की तबीयत बिगड़ने से मौत

जशपुरनगर. मतदान के बाद स्ट्रांग रूमों में रखी गईं इवीएम में गड़बड़ी न हो जाए इससे आशंकित कांग्रेस व अन्य दलों के प्रत्याशी-कार्यकर्ता प्रदेशभर में पहरेदारी कर रहे हैं। जशपुरनगर में ऐसी ही पहरेदारी में तैनात कांग्रेस कार्यकर्ता पंकज तिर्की की तबीयत शनिवार को अचानक बिगड़ गई, उसे तत्काल जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया था। उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुए वहां से उसे अंबिकापुर भेजा गया था, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। कुनकुरी विधानसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी यू.डी. मिंज के मुताबिक प्रशासन से स्ट्रांग रूम के बाहर परिसर में सुविधाएं उपलब्ध कराने की कई बार मांग की जा चुकी है, लेकिन ध्यान नहीं दिया जा रहा है।

बता दें कि 20 नवम्बर को मतदान के बाद जशपुर जिले के सभी विधानसभा क्षेत्रों की इवीएम को डौडक़ाचौरा स्थित स्ट्रांग रूम में सील बंद कर दिया गया है। इवीएम को स्ट्रांग रूम में सील करने के बाद से प्रत्याशी और उनके कार्यकर्ता दिन-रात स्ट्रांग रूम की निगरानी कर रहे हैं। कुनकुरी के कलिबा गांव का निवासी पंकज तिर्की भी स्ट्रांग रूम की निगरानी में लगा हुआ था। उसी दौरान शनिवार की दोपहर अचानक उसकी तबीयत खराब हो गई थी।

जिला अस्पताल के आरएमओ डॉ. अनुरंजन टोप्पो ने बताया कि कांग्रेस कार्यकर्ता पंकज की शनिवार की दोपहर तबीयत खराब होने के बाद उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उसका सघन उपचार शुरू कर दिया गया था। लेकिन ब्लडप्रेशर कम नहीं होने से उसको अंबिकापुर के लिए रेफर किया गया था, जहां उपचार के दौरान देररात 3 बजे उसकी मौत हो गई। बताया जा रहा पंकज पहले से हाई ब्लडपे्रशर का मरीज था।

पंकज की स्वाभाविक मौत-मिंज : कुनकुरी से कांग्रेस उम्मीदवार यू.डी. मिंज ने पंकज की मौत को स्वाभाविक बताया है। उन्होंने बताया कि प्रशासन द्वारा व्यवस्था नहीं करने के कारण कार्यकर्ता स्वयं से लकड़ी इक_ा कर सर्द रातों में अलाव तापते हुए निगरानी कर रहे हैं।

अलाव जला कर निगरानी कर रहे कार्यकर्ता
इवीएम मशीनों को 21 नवम्बर को सील बंद करने के बाद सभी राजनीतिक दलों के प्रत्याशी और उनके कार्यकर्ता दिन-रात स्ट्रांग रूम के सामने बैठ कर निगरानी कर रहे हैं। रात में ठंड से बचने के लिए कार्यकर्ता अलाव का सहारा ले रहे हैं।