सबसे अधिक डेल्टा वेरिएंट के मरीज
जीनोम सिक्वेंसिंग जांच के लिए भुवनेश्वर भेजे जाने वाले सैंपल में सबसे अधिक डेल्टा वेरिएंट के ही मरीज मिल रहे हैं, लेकिन डेल्टा वेरिएंट इस बार पिछली लहर की तुलना में ज्यादा घातक नहीं हैं। इसी तरह बी- वेरिएंट के भी मरीज ओमिक्रॉन और यूके वेरिएंट की तुलना में ज्यादा मिले हैं। ये वेरिएट भी घातक नहीं हैं। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार अब तक जीनोम सिक्वेंसिंग की जांच के लिए 4083 सैंपल भेजे गए थे। जिसमें 1939 की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। जिसमें आठ मरीज ओमिक्रॉन, यूके वेरिएंट के 26, कांपा वेरिएंट 38, डेल्टा वेरिएंट के 1337 और बी-1 वेरिएंट के 125 मरीज मिले हैं। ये सभी मरीज ठीक हो चुके हैं।
अब तक 1.94 करोड़ से अधिक को पहला टीका, 68 प्रतिशत ने लगवाए दोनों टीके
छत्तीसगढ़ 18 वर्ष से अधिक के लोगों को कोरोना से बचाव का पहला टीका लगाने के काफी करीब पहुंच गया है। इस आयु वर्ग के 99 प्रतिशत लोगों ने पहला टीका लगवा लिया है। वहीं 68 प्रतिशत दोनों टीके लगवा चुके हैं। प्रदेश में 15 से 18 वर्ष के 55 प्रतिशत से अधिक किशोरों को कोरोनारोधी टीके की पहली डोज दी जा चुकी है। यहां एक लाख 47 हजार 165 नागरिकों को प्रिकॉशन डोज भी लगाया जा चुका है। अब तक (19 जनवरी तक) कुल तीन करोड़ 38 लाख दो हजार 173 टीके लगाए गए हैं। प्रदेश में 18 वर्ष से अधिक के एक करोड़ 94 लाख सात हजार 335 लोगों को कोरोना वैक्सीन की पहली खुराक दी जा चुकी है।
फैक्ट फाइल
16 जनवरी को पॉजिटिविटी दर – 12.17 प्रतिशत
17 जनवरी को पॉजिटिविटी दर – 12.2 प्रतिशत
18 जनवरी को पॉजिटिविटी दर – 11.17 प्रतिशत
19 जनवरी को पॉजिटिविटी दर – 10.30 प्रतिशत