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टॉयलेट बनाने की जिद बहू व उसकी मां पर पड़ी भारी, करोड़पति ससुर और जेठ ने दोनों को मार डाला

रायपुर शहर के अछोली इलाके में टॉयलेट बनाने की जिद एक खूनी कथा में बदल गई। यहां विधवा व उसकी मां की सिर्फ इसलिए हत्या कर दी गई क्योंकि वह टॉयलेट बनवाना चाह रही थी। इस वारदात को उसके ससुर व जेठ ने अंजाम दिया। दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।

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टॉयलेट बनाने की जिद बहू व उसकी मां पर पड़ी भारी, करोड़पति ससुर और जेठ ने दोनों को मार डाला

टॉयलेट निर्माण स्थल पर हत्या के बाद मां-बेटी के पड़े शव।

रायपुर. उरला इलाके में करोड़ों की संपत्ति के मालिक पूर्व सरपंच ने टायलेट बनवाने के लिए जमीन के टुकड़े को लेकर अपनी विधवा बहू और उसकी मां की अपने ही बेटे से बेरहमी से हत्या करवा दी। मृतका घर के पास खाली करीब 6 बाई 3 वर्गफीट जमीन पर टॉयलेट के लिए सैप्टिक टैंक बनवा रही थी, जिससे विवाद इतना बढ़ा कि पूर्व सरपंच के बड़े बेटे ने फावड़ा से पीट-पीटकर विधवा बहू की हत्या कर दी। इस दौरान बचाव करने आई उसकी मां को भी मार डाला। पुलिस ने पूर्व सरपंच और उसके बेटे को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। आरोपी के पास करोड़ों रुपए की जमीन, दुकान, मकान है। जमीन विवाद को लेकर दोनों पक्ष कई बार थाने में शिकायत कर चुके थे। इसका निराकरण नहीं हो रहा था।
पुलिस के मुताबिक अछोली निवासी 80 वर्षीय पूर्व सरपंच रामसहाय टंडन के बेटे राजेश की करीब छह माह पहले मौत हो गई थी। उसकी 35 वर्षीय पत्नी सुनीता टंडन अपने चार ब"ाों के साथ रहती है। रामसहाय ने अपने तीन बेटों को संपत्ति मौखिक रूप से बांट दिया है, लेकिन दस्तावेजों में बंटवारा नहीं हुआ है। इसलिए सुनीता भी अपने ब"ाों के साथ मकान के एक हिस्से में रहती है। पिछले कुछ दिनों से पूर्व सरपंच और सुनीता के बीच बंटवारे को लेकर मनमुटाव चल रहा था।
शनिवार को सुबह करीब 8 बजे सुनीता मकान के पास खाली पड़े करीब 6 बाई 3 वर्गफीट जमीन पर सैप्टिक टैंक बनवा रही थी। यह देखकर उसके ससुर रामसहाय ने अपनी जमीन बताते हुए खुदाई करने से मना किया। इस पर सुनीता ने भी जिद करते हुए काम नहीं रोका। इसके बाद रामसहाय ने अपने बड़े बेटे भगत टंडन को बुलाया। भगत ने भी काम बंद करने के लिए कहा, सुनीता नहीं मानी।
इसके बाद रामसहाय ने भगत को सुनीता की हत्या करने के लिए उकसाया। भगत ने फावड़ा उठा लिया और सुनीता के सिर पर ताबड़तोड़ वार करना शुरू कर दिया। यह देखकर सुनीता की मां कमला बाई उसे बचाने आई, तो आरोपी भगत ने उन पर भी हमला कर दिया। सिर, पीठ और चेहरे पर लगातार कई वार करने से दोनों महिलाओं की मौके पर मौत हो गई।
कोटवार को बताया, मैंने हत्या कर दी
दोनों महिलाओं की बेरहमी से हत्या करने के बाद आरोपी भगत खून से लहूलुहान फावड़ा लेकर गली के चौरा में ही बैठ गया। नाबालिग का शोर सुनकर गांव का कोटवार फत्तेचंद जांगड़े मौके पर पहुंचा। उसे भगत ने बताया कि उसने अपने छोटे भाई की विधवा पत्नी और उसकी मां की हत्या कर दी है। इसके बाद कोटवार ने उरला पुलिस को सूचना दी। मौके पर उरला टीआई अमित तिवारी व अन्य स्टाफ पहुंचे। दोनों आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।

मदद के लिए गुहार लगाती रही मासूम बेटी
घटना के समय सुनीता की नाबालिग बेटी घर पर ही थी। अपनी मां और नानी पर हमला होते देखकर नाबालिग गली की ओर भाग गई और और लोगों से मदद की गुहार करने लगी। लेकिन आरोपी बाप-बेटे के डर से मोहल्ले का कोई व्यक्ति दोनों महिलाओं का बचाव करने नहीं आया।