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दिव्यांग अब पलक झपकते ही धरोहर से होंगे रूबरू

महंत घासीदास संग्रहालय में लगा क्योस्क डिवाइस...

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रायपुर . [typography_font:14pt]अगर आपसे कोई कहे कि आप एक ही जगह खड़े होकर करीब तीन मंजिला इमारत और उसके ग्राउंड में रखी वस्तुओं को निहार सकते हैं तो आपको यकीन नहीं होगा, मगर एेसा ही हुआ है रायपुर के महंत घासीदास म्यूजियम में। यहां एक ही स्थान पर खड़े होकर संग्रहालय से जुड़ी पूरी जानकारी प्राप्त कर सकते है। संस्कृति विभाग द्वारा म्यूजियम में क्योस्क डिवाइस लगाई गई है जिसके माध्यम से दर्शक बड़े ही असानी से पूराने समय की मूर्ति के इतिहास के बारे में रूबरू हो सकेंगे। आप को बता दें छत्तीसगढ़ में पहला म्यूजियम है जहां पर इस डिवाइस को लगाया गया है। इसमें डिसप्ले पर चल रहे स्टेच्यू व हेरीटेज को जैसे ही टच करेंगे वह वीडियो और ऑडियो माध्यम में उसके बारे में जानकारी देना शुरू कर देगा। इस डिवाइस से दिव्यांग और बुजुर्ग दर्शकों को बड़ा फायदा होगा, कयोंकि उन्हें म्यूजियम घूमने के लिए पैदल चलने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
[typography_font:14pt;" >एक ही जगह से देखें पूरा म्यूजियम : इस डिवाइस के माध्यम से आप एक ही स्थान पर खड़े होकर पूरे म्यूजियम को असानी से देख सकेंगे। इसके साथ ही इस डिवाइस के डिसप्ले में पूरे म्यूजियम तीनों फ्लोर पर लगी प्रदर्शनी का स्लाइड चलता रहता है जिससे आप आडियो और वीडियो के माध्यम से देख सकते हैं।

ग्राउंड से लेकर हर फ्लोर की मिलेगी जानकारी

क्योस्क डिवाइस के माध्यम से अब ग्राउंड फ्लोर के साथ ही साथ हर फ्लोर की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। इस डिवाइस में संग्रहालय में लगीं मूर्ती और छत्तीसगढ़ की संस्कृति और जनजातियों के बारे में डिवाइस में पूरी जानकारी अपलोड की गई है जिससे एक क्लिक करने पर आप को पूरा संग्रहालय से रूबरू हो जाएंगे।

सीनियर सिटीजन और दिव्यांग के लिए मददगार

संग्रहालय के अध्यक्ष डॉ. पीसी पारख बताते है कि यह डिवाइस प्रदेश के संग्राहलय में पहली बार लगाई गई है। इसे लगाने को मुख्य उद्देश्य यह है कि म्यूजियम देखने के लिए कुछ एेसे भी दर्शक आते है जो पूरे संग्राहलय को नहीं देख पाते और साथ ही इसकी जानकारी भी पूरी तरह से नहीं मिल पाती है। क्योस्को डिवाइस के माध्यम से दिव्यांग और सीनियर सिटीजन बिना सीडि़यों के चढ़े पूरे म्यूजियम की जानकारी मिल रही है।


डॉ. पी. सी पारख, संग्रहाध्यक्ष