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दंतैल हाथियों का आतंक: फसलें की चौपट, वन विभाग ने एहतियातन खाली कराया इलाका

गौरेला-पेंड्रा-मरवाही में एक बार फिर हाथियों ने उत्पात मचाना शुरू कर दिया है, जिससे लोग दहशत में हैं। मरवाही वनमंडल में एक बार फिर 3 हाथियों के दल ने दस्तक दी है।

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गौरेला-पेंड्रा-मरवाही। जिले में एक बार फिर हाथियों के आतंक ने लोगों का जीना मुश्किल कर दिया है। गौरतलब है की मरवाही वनमंडल में हाथियों ने एक बार फिर उत्पात मचाया है। यहां हाथियों के दल ने दस्तक दी है जिसमे कुल तीन हाथी है। मामला कटघोरा वनमंडल के पसान रेंज का है। पसान रेंज से हाथियों का दल मरवाही के रूमगा और भटियार फारेस्ट रेंज तक पहुँच गया है। हालाँकि मामले की गंभीरता को देखते हुए वन विभाग की टीम इस रुट पर लगातार निगरानी कर रही है।

हाथियों का दल किसानों के लिए मुसीबत का सबब बन गया है। दरअसल हाथियों ने खेत में लगी फसलों को नुकसान पहुंचाया है, जिससे किसान चिंतित हैं। हाथी प्रभावित क्षेत्र के जंगल में रहने वाले लोगों को एहतियातन वहां से हटा दिया गया है। लोगों को सुरक्षित स्थान पर भेज दिया गया है। वहीं कोरबा जिले के सीमावर्ती क्षेत्र जलके, जटगा, केंदई और बासीन में भी हाथियों के दल मौजूद हैं और कोरबा, कोरिया और मरवाही वनमंडल के अधिकारी-कर्मचारी आपस में सूचना का आदान-प्रदान कर एक-दूसरे को अलर्ट कर रहे हैं, साथ ही लोगों को कोई नुकसान नहीं पहुंचे, इसके प्रयास किए जा रहे हैं।

6 महीने पहले भी 46 हाथियों के झुण्ड ने मचाया था उत्पात
6 महीने पहले भी गौरेला-पेंड्रा-मरवाही (GPM) जिले में हाथियों ने जमकर तांडव मचाया था। उस वक्त यहां 43 हाथियों का झुंड पहुंचा था, जिसने कई किसानों के घरों को तोड़ दिया था, साथ ही फसलों को भी काफी नुकसान पहुंचाया था। उस दौरान मरवाही वन रेंज के सेमरदर्री गांव के आसपास 43 हाथियों का झुंड पहुंचा था। इसी झुंड में से 2 हाथियों ने जंगल के पास बसे इस गांव में खूब आतंक मचाया। हाथियों ने कई ग्रामीणों के घर तोड़े, केले की फसल को चौपट किया और अनाज चट कर गए। अभी दो महीने पहले भी गौरेला-पेंड्रा-मरवाही में हाथियों ने 3 ग्रामीणों को कुचलकर मार डाला था। उस वक्त भी गांववालों में वन विभाग को लेकर काफी गुस्सा था। लोगों का कहना था कि न तो सुरक्षा के उपाय किए जा रहे हैं और न ही ग्रामीणों को जागरूक किया जा रहा है।


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