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तोमर ब्रदर्स का आतंक, 10 लाख के कर्ज के 1.16 करोड़ वसूले, पीड़ित ने दुकान बेची, शहर भी छोड़ा, फिर भी..

Fraud News: राष्ट्रीय करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष सूदखोर वीरेंद्र सिंह तोमर के एक और कारनामे से पर्दा उठा है। रायपुर के एक कारोबारी से 10 लाख के कर्ज के 1.16 करोड़ रुपए वसूले...

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सूदखोर वीरेंद्र सिंह तोमर की फॉरच्यूनर कार लावारिस मिली ( Photo - Patrika )

Fraud News: राष्ट्रीय करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह तोमर उर्फ रूबी सिंह और उसके भाई रोहित तोमर का शहर में ऐसा आतंक कि सूदखोरी में लाखों रुपए अतिरिक्त देने के बाद भी कोई शिकायत करने की हिम्मत नहीं जुटा पाता। जो भी शिकायत करने की कोशिश करता उसके घर गुंडे-बदमाश भेज देते। उसको जान से मारने धमकाया जाता।

Fraud News: आतंक ऐसा कि डर से बेच दिया घर

उनके जाल में फंसे एक कारोबारी ने 10 लाख कर्ज लिया था, तो उनसे 1 करोड़ 16 लाख रुपए तक वसूल डाले। कारोबारी को अपनी दुकान तक बेचनी पड़ी। इसके बाद भी वसूली कम नहीं हुई। परेशान होकर कारोबारी ने शहर ही छोड़ दिया। अब उस पीडि़त कारोबारी की शिकायत पर पुरानीबस्ती पुलिस ने सूदखोर वीरेंद्र सिंह तोमर उर्फ रूबी सिहं, रोहित तोमर और उनके भतीजे दिव्यांश तोमर के अलावा आकाश मिश्रा, योगेश व अन्य के खिलाफ एक और अपराध दर्ज किया है।

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फेसबुक में सक्रिय, गिरफ्तारी नहीं

अपराध दर्ज होने के बाद हिस्ट्रीशीटर वीरेंद्र और रोहित फरार हो गए। अपने मोबाइल नंबर बंद कर दिए, लेकिन दूसरे मोबाइल नंबरों के जरिए सोशल मीडिया में सक्रिय हैं। पुलिस को लेकर फेसबुक में टिप्पणी कर रहे हैं। बताया जाता है कि दोनों भाई अपने समर्थकों के सुरक्षित ठिकानों पर हैं। पुलिस को वीरेंद्र की फॉरच्यूनर कार सीजी 04 एनएस 1111 लावारिस हाल में भनपुरी के विमल इन्कलेव में मिली। पुलिस का दावा है कि यह कार किसी दूसरे के नाम पर है। वीरेंद्र ने इसे किराए पर लिया था।

मारपीट करते और जान से मरवाने की धमकी देते

पुलिस के मुताबिक कपड़ा कारोबारी करण सोनी ने वर्ष 2017 से 2018 में सूदखोर वीरेंद्र और रोहित तोमर से कभी दो लाख, कभी 3 लाख करके कुल 10 लाख रुपए कर्ज लिया। शुरुआत में सामान्य ब्याज वसूलने लगे। फिर एक-दो माह ब्याज नहीं दे पाने पर रोज के हिसाब से ब्याज वसूलने लगे। इसका विरोध करने पर मारपीट करते और जान से मरवाने की धमकी देते थे।

थाने में भी नहीं हुई सुनवाई

वसूली का यह सिलसिला वर्ष 2024 तक चला। इस दौरान आरोपियों ने करण से कुल 1 करोड़ 16 लाख रुपए वसूले। इस दौरान करण को अपनी दुकान बेचकर आरोपियों को रकम देनी पड़ी। थानों में शिकायत करने पर कोई सुनवाई भी नहीं होती थी। परेशान होकर कारोबारी ने रायपुर छोड़ दिया और नारायणपुर में रहने लगे। आरोपियों के खिलाफ होने पर करण ने भी मारपीट के सीसीटीवी फुटेज, ऑनलाइन भुगतान के साक्ष्यों के साथ पुरानीबस्ती थाने में शिकायत की। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ एक और मामला दर्ज किया।

जमीन ही हड़प ली

भाठागांव निवासी मनीष साहू की आरोपी वीरेंद्र के घर के आसपास ही करीब 1100 वर्गफीट जमीन है। उसे डरा-धमकाकर उसकी जमीन के पेपर रख लिया। उसे जमीन बेचने नहीं दे रहा था। जब भी कोई ग्राहक आता था, तो उसे भगा देता था। उसे धमकी भी दी गई थी। पुलिस ने जयदीप, मनीष और नासिर की शिकायत पर पुरानीबस्ती पुलिस ने आरोपी वीरेंद्र सिंह, रोहित सिंह और दिव्यांश व अन्य के खिलाफ वसूली, कर्जा एक्ट और संगठित अपराध का केस दर्ज किया गया है। इस मामले में आरोपियों के भतीजे दिव्यांश को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।

सूदखोरी से ऐसे बने रईस

आरोपी वीरेंद्र और रोहित सूदखोरी का धंधा भी करते हैं। जयदीप और नासिर को 8 फीसदी ब्याज पर पैसा दिया था। ब्याज की राशि तय समय पर देनी पड़ती थी, लेकिन अगर ब्याज की राशि तय समय पर कोई नहीं दे पाता था, तो अगले दिन से प्रतिदिन के हिसाब ब्याज लेते थे। जो ब्याज महीना में लगता था, अब उसे रोज वसूलते थे। 8 फीसदी ब्याज का पैसा नहीं देने पर गुंडों को घर भेजकर रकम की वसूली कराते थे। जमीन या अन्य महंगी चीजें अपने नाम पर करवाते थे। इस तरह दोनों भाई रातों-रात करोड़पति हो गए। बड़ा बंगला और महंगी गाड़ियां खरीद ली है।