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नारियल या मिठाई से नहीं, इस काम से खुश होते हैं भगवान , बदल देते हैं किस्मत

Motivational Quotes : तिल्दा के हाई स्कूल दशहरा मैदान में शिव महापुराण की कथा जारी है। प्रवचनकर्ता पंडित प्रदीप मिश्रा हैं, जिन्हें सुनने के लिए भारी भीड़ रोज उमड़ रही है।

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तिल्दा-नेवरा. तिल्दा के हाई स्कूल दशहरा मैदान में शिव महापुराण की कथा जारी है। प्रवचनकर्ता पंडित प्रदीप मिश्रा हैं, जिन्हें सुनने के लिए भारी भीड़ रोज उमड़ रही है। छठवें दिन कथा श्रवण करने आए 1 लाख से भी अधिक भक्त पंडाल के अंदर जा ही नहीं पाए और वे पंडाल से 1 किलोमीटर दूर चारों तरफ सड़कों के किनारे बैठकर पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा का श्रवण करते रहे। शहरवासियों ने कहा कि ऐसी भीड़ आज तक तिल्दा नेवरा में देखने को नहीं मिली।

पंडित प्रदीप मिश्रा ने छठे दिन की कथा का रसपान कराते हुए कहा की भगवान श्री शंकर की कथा इस संसार सागर में जगाने का कार्य बताती है। भागना और जागना यह दोनों अलग-अलग हैं, हम जब किसी विषम परिस्थिति में फंस जाते हैं तो उस स्थिति से भागते हैं। हम जब किसी तकलीफ में आते हैं तो तकलीफ से भागते हैं। तुम कितनी भी विषम परिस्थितियों से भाग लो परिस्थितियां तुम्हारा पीछा नहीं छोड़ेंगी। परिस्थितियां हमारे साथ चलती है। परिस्थितियों से भाग जाना या परिस्थितियों से मुंह मोड़ लेना यह एक अलग बात है।

उन्होंने कहा कि विषम परिस्थितियां केवल मनुष्य के साथ नहीं बल्कि परमात्मा के साथ भी चलती हैं। भगवान राम के जीवन में कितनी विषम परिस्थितियां आई, भगवान श्री कृष्ण के समय में भगवान कृष्ण के जीवन में कितनी विषम परिस्थितियां आईं, यह विषम परिस्थितियां हमारे सन्मुख भी आती है, तो एक लक्ष्य निश्चित करती है, कि हमें जागना है।

शिव महापुराण कथा कहती है कि हमने यदि जागना सीख लिया, तो परिस्थितियां उनको भगा भी नहीं सकती, आप अगर शिव के मंदिर जा रहे हो, एक लोटा जल चढ़ा रहे हो, शिव भक्ति में रमे हुए हो, शंकर के सुमिरन करते हो, तो भगवान भी तुम विशेष कृपा बनी रहेगी।

जिस प्रकार कोई व्यक्ति किसी सेठ के यहां कई सालों तक काम करता है, तो सेठ कि वह दृष्टि में रहता है। ठीक उसी प्रकार आपने जो शिव को समय निकालकर दिया है, उनकी भक्ति की है उनके मंदिर में झाड़ू लगाया है, भगवान शिव की पूजा की है तो जरूर प्रसन्न होते हैं, कृपा करते हैं। कहते हैं कि वृद्ध को नींद नहीं आती दरअसल उसको चिंता होती है कि कभी भी यमराज आएगा उसको खींच ले जाएगा, इसलिए उसे नींद नहीं आती है।

यहां पंडित मिश्रा जी ने बहुत ही सुंदर भजन की प्रस्तुति दी और कहा अंत समय प्रभु आना पड़ेगा वचन दिया है तो निभाना पड़ेगा। आए न आए प्रभु कुटुंब कबीला अंत समय तुझे आना पड़ेगा।

उन्होंने कहा कि यह कभी मत सोचना कि भगवान के मंदिर में जाकर नारियल या मिठाई चढ़ाने से वे प्रसन्न हो जाते हैं, नही वे तो प्रसन्न भक्तों की भक्ति से होते हैं। भक्त जब अपना कीमती समय देता है तो भगवान भी उनसे कहता है कि एक दिन आएगा मैं तुम्हारे लिए भी समय दूंगा।

कथा के छठवें दिन रविवार को कावड़ शिव महापुराण की कथा सुनने जनसैलाब उमड़ पड़ा था। पंडाल सुबह 11 बजे ही भर चुका था। शहर के चारों तरफ 1 किलोमीटर दूरी तक लोग सड़क के किनारे बैठकर कथा का श्रवण कर रहे थे।