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हरी-भरी सब्जियां और फल खाने से कमजोर हो रहा है दिल, लीवर, गुर्दा

CG Raipur News : खरीदारी के लिए बाजार जाएं तो हरी-भरी सब्जियों और चमचमाते फल देखकर धोखा न खाएं। 

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हरी-भरी सब्जियां और फल खाने से कमजोर हो रहा है दिल, लीवर, गुर्दा

हरी-भरी सब्जियां और फल खाने से कमजोर हो रहा है दिल, लीवर, गुर्दा

CG Raipur News : खरीदारी के लिए बाजार जाएं तो हरी-भरी सब्जियों और चमचमाते फल देखकर धोखा न खाएं। ऊपर से हैल्दी दिखने वाली ये सब्जियां और फल दरअसल स्लो पॉइजन है। ऐसा इसलिए क्योंकि इन्हें चटख रंग देने के लिए पेस्टिसाइड समेत कई खतरनाक रसायनों का इस्तेमाल किया जा रहा है। इन्हें खाने से दिल, लीवर और गुर्दे कमजोर हो रहे हैं। कैंसर का भी खतरा है।

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ऐसे करें सही सब्जी की पहचान

लौकी, गोभी और पत्तेदार सब्जियां मौसम के अनुसार ही खरीदें। अधिक चमकदार सब्जियों की बजाए थोड़ी कटी-फटी सब्जियां कम हानिकारक हैं। ज्यादा सफेद दिखने वाली गोभी पर संभव है कि केमिकल का प्रयोग किया गया हो। गोभी के फूल को गठा बनाने के लिए भी केमिकल डाला जाता है। ऐसे में कोशिश करें कि बाड़ी से सब्जियां खरीदें। अधिक पुराने फल और सब्जियों का इस्तेमाल करने से बचें।

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युवा भी कैंसर के शिकार

शहर के कैंसर अस्पतालों में इन दिनों युवा मरीजों की संख्या बढऩे लगी है। इनकी केस हिस्ट्री और भी चौंकाने वाली है। इनमें से ज्यादातर लोग तंबाकू, गुटखा, सिगरेट और शराब जैसे नशे से कोसों दूर हैं। फिर भी कैंसर का शिकार हो गए। डॉक्टरों ने इसका कारण खान-पान को माना है। एक्सपट््र्स की मानें तो फलों, सब्जियों को अधिक चमकदार बनाने कॉपर सल्फेट, रोडेमाइन, मैलशाइट ग्रीन का इस्तेमाल हो रहा है। इतने बड़े पैमाने पर कि फलों और सब्जियों के पोषक तत्व ही खत्म हो जा रहे हैं। उल्टे, ये कैमिकल शरीर में जाने के बाद जहर का काम कर रहे हैं। ये पूरे शरीर की कोशिकाओं को डैमेज करते हैं। खासतौर पर मुंह, भोजन नली, किडनी और लीवर पर काफी बुरा प्रभाव पड़ रहा है। ब्लड सर्कुलेशन भी अनियमित होता है, जो दिल की सेहत के लिए ठीक नहीं। अलजाइमर और डिमेंशिया जैसी बीमारियां भी इसी वजह से बढ़ रहीं हैं।

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नर्वस सिस्टम हो रहा प्रभावित

आंबेडकर अस्पताल में मेडिसिन विभाग के डॉक्टर वाय मल्होत्रा ने बताया कि सब्जियों के साथ पेस्टिसाइड हमारे शरीर में प्रवेश कर इक_ा होते रहते हैं। इसके प्रभाव से शरीर का नर्वस सिस्टम प्रभावित होता है। इस वजह से पेट दर्द, जोड़ों में दर्द, कैंसर जैसी घातक बीमारियां शरीर को अपनी चपेट में ले सकती हैं। उन्होंने बताया कि बेमौसम आने वाली हाईब्रिड सब्जियां भी सेहत के लिए काफी खतरनाक हैं।

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फसल बचती है, नुकसान शरीर का

संजीवनी कैंसर हॉस्पिटल के डायरेक्टर डॉ. युसूफ मेमन ने बताया कि खेतों में फसलों की बुवाई से लेकर सुरक्षा तक, कीटनाशकों का छिड़काव किया जाता है। इससे फसल कीट-खरपतवार से बच जाते हैं। लेकिन, फसल में मौजूद हानिकारक रसायन लोगों के पेट में जाने के बाद पूरे शरीर को नुकसान पहुंचाते हैं। इससे कैंसर, एलर्जी, हृदय, पेट, शुगर, रक्त विकार और आंत की बीमारी होने का खतरा बढ़ जाता है।

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कॉपर सल्फेट से, हो रहा त्वचा रोग

स्किन रोग विशेषज्ञ डॉ. शैलेंद्र कुमार ङ्क्षसह ने बताया कि सब्जियों में सबसे ज्यादा कॉपर सल्फेट का इस्तेमाल किया जाता है। इन्हें खाने से शरीर में फ्री रेडिकल बनते हैं। इससे शरीर जल्द बूढ़ा होने लगता है। खेतों में गोभी की फसल जल्द उगाने ट्रेसर नाम का केमिकल इस्तेमाल किया जाता है। इससे गोभी 3 दिन में भीतर गोभी खिला जाती है। पानी से धोने के बाद भी इसके अवशेष बचे रहते हैं। यह कैंसर का कारण बन रहा है।