इस बार करीब एक करोड़ मीट्रिक टन धान खरीदी का लक्ष्य रखने की तैयारी है। जबकि पिछली बार करीब 92 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी हुई थी।बताया जाता है कि इस बैठक में धान खरीदी के लक्ष्य के मुताबिक संग्रहण केंद्र बढ़ाने पर विचार किया जाएगा। साथ ही धान खरीदी की नीति का पूरा मसौदा रखा जाएगा।
इसके साथ ही बैठक में धान खरीदी की तिथि को लेकर भी चर्चा होगी। बता दें कि पिछले साल राज्य सरकार ने एक दिसंबर से धान खरीदी की शुरुआत की थी। इसका विपक्ष सहित किसान संगठनों ने विरोध दर्ज कराया था। इस बार भी विपक्ष पहले ही 1 नवंबर से धान खरीदी की मांग कर चुका है। इसके अलावा बैठक में चावल की अनुमति को लेकर भी विस्तार से चर्चा होगी।