
खुशखबरी: रेलवे में नौकरी का सपना जल्द होगा पूरा, 10 हजार जवानों की होगी भर्ती
रायपुर. अगर आप भारतीय रेलवे में नौकरी का सपना देख रहे हैं तो आपके अच्छी खबर। दरअसल, भारतीय रेलवे जल्द ही 10 हजार सुरक्षाकर्मियों की भर्ती शुरू करने वाला है। यह जानकारी देते हुए रेलवे सुरक्षा बल के महानिदेशक (डीजी) अरुण कुमार ने कहा कि भारतीय रेलवे में यात्रियों की सुरक्षा नाकाफी है। हालात यह है कि 400 से 500 यात्रियों की सुरक्षा केवल एक जवान के भरोसे है।
आरपीएफ डीजी ने कहा कि अगले महीने 10 हजार जवानों की भर्ती प्रक्रिया शुरू करने जा रहे हैं। अब आरपीएफ के जवान भी ट्रेनों में होने वाली वारदात की रिपोर्ट दर्ज करेंगे। अभी तक यह अधिकार सिर्फ जीआरपी के ही पास था। रेल यात्रियों की सुरक्षा में तैनात आरपीएफ-जीआरपी संयुक्त रूप से काम करेगी।
आरपीएफ डीजी अरुण कुमार बिलासपुर जोन के सुरक्षा अफसरों की समीक्षा बैठक ली। यहां डब्ल्यूआरएस स्थित महानदी रेस्ट हाउस में पत्रकारों से चर्चा करते हुए रेल यात्री सुरक्षा और ट्रेनों में होने वाली चोरी, उठाईगिरी की घटनाओं को रोकने के लिए उठाए जा रहे कदमों की जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि रेलवे सुरक्षा बल और राज्य रेल पुलिस का एक ही उद्देश्य है यात्रियों को सुरक्षा देना। उस लिहाज से एक ऐसा एप बनाया जा रहा है, जिसमें आरपीएफ-जीआरपी, टिकट निरीक्षक और एसी कोच के अटेंडरों को भी जोड़ा जाएगा। अब किसी भी यात्री को रिपोर्ट लिखाने के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा। बल्कि ट्रेन के यात्री किसी भी वारदात की रिपोर्ट आरपीएफ, टिकट निरीक्षक या फिर एसी कोच के अटेंडर के पास भी रिपोर्ट दर्ज करा सकेंगे। उस रिपोर्ट को गंभीरता से लिया जाएगा।
19 दिसम्बर से 6 जोन में होगी परीक्षा
आरपीएफ में भर्ती की प्रक्रिया छह जोन में एक साथ शुरू होगी। ऑनलाइन आवेदन लिए जाएंगे। एक अभ्यर्थी सिर्फ एक जोन में ही आयोजित परीक्षा में शामिल हो सकेगा। रेलवे डीजी ने कहा कि यात्रियों की सुरक्षा और ट्रेनों में होने वाली वारदातों को रोकने के लिए ठोस कदम उठाया जा रहा है।
डब्ल्यूआरएस दशहरा मैदान के पास बैरिकेड्स लगाने होंगे
रेलवे डीजी अरुण कुमार ने दशहरा पर्व पर अमृतसर में हुए बड़े हादसे को देखते हुए रायपुर के डब्ल्यूआरएस मैदान पर लंबे समय से चली आ रही परंपरा के संबंध में कहा कि यदि डब्ल्यूआरएस में दशहरा उत्सव को दूसरी जगह शिफ्ट नहीं किया जाता है तो उस सेक्टर की रेल लाइन के पास बैरिकेड्स लगाना होगा।
इंस्पेक्टर स्तर के अधिकारी करेंगे निगरानी
रेलवे डीजी अरुण कुमार ने यह भी कहा कि यह देखा जा रहा है कि जितने जवानों की ड्यूटी जिस प्वाइंट पर लगाई जाती है, उतने तैनात नहीं रहते हैं। अब इसकी निगरानी इंस्पेक्टर और सब इंस्पेक्टर स्तर के अधिकारी करेंगे। अभी तक ड्यूटी लगाने का काम सिर्फ रेलवे पोस्ट में बाबू ही करते थे, जिसे सख्त किया जा रहा है। जोन स्तर पर सुरक्षा जवानों की तैनात की समीक्षा की जा रही है, जहां जरूरत नहीं है, वहां से जवानों को हटाकर यात्रियों की सुरक्षा में लगाया जाना तय किया है।
Published on:
25 Nov 2018 03:04 pm
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