
ललित सिंह राजपूत/रायपुर. सुख-समृद्धि, धन-दौलत और वैभव को प्राप्त करने के लिए हम माता लक्ष्मी की पूजा करते हैं। इस बार 19 अक्टूबर को दीपावली है। इस दिन हर घर में माता लक्ष्मी की विधि-विधान से पूजा-अर्चना की जाएगी। आइए हम आपको बताते हैं दीपावली से जुड़ी वो सारी बातें, जो आपको धनवान और कंगाल बना सकती हैं।
आइए सबसे पहले जानते हैं माता लक्ष्मी कैसे होती हैं प्रसन्न -
इन पांच प्रसाद को जरूर चढ़ाएं: हर कोई अपनी आमदनी और क्षमता के अनुसार पूजा-पाठ करता है। मगर कुछ ऐसे भी प्रसाद हैं, जिनके नहीं चढ़ाने से पूजा अधूरी मानी जाती है। मां लक्ष्मी को नारियल का लड्डू, कच्चा नारियल और जल से भरा नारियल चढ़ाने से वह प्रसन्न होती हैं। मााता को पानी में उगने वाला फल मखाना बहुत प्रिय है। इसकी वजह यह है कि वह पानी में एक कठोर आवरण में बढ़ता है। शुद्ध और पवित्र होता है। सिंघाड़ा भी मां लक्ष्मी के पसंदीदा फलों में से एक है। बताशे मां लक्ष्मी को भी प्रिय हैं। इसीलिए दिवाली में बताशे और चीनी के खिलौने का प्रसाद मां लक्ष्मी को चढ़ाया जाता है। माता को पान बहुत पसंद है। इसलिए पूजा के बाद पान का भोग जरूर लगाएं। इसके अलावा अपनी श्रद्धा-भक्ति के अनुसार मां को फल, मिठाई, मेवे का भोग लगा सकते हैं।
ये पांच चीजें नजर आईं तो समझो प्रसन्न हैं माता: लक्ष्मी माता के घर में आने के संकेतों का आप पता लगा सकते हैं। यदि दिवाली की रात आपको छिपकली दिखाई दे तो यह अच्छा शगुन माना जाता है। दिवाली के दिन आपके घर में बिल्ली घुसती है तो यह शुभ है, लेकिन अगर दिवाली की रात को घर में बिल्ली दिखाई दे तो इसे स्थाई रुप से लक्ष्मी के प्राप्त होने संकेत हैं । यदि दिवाली के दिन आपके घर ट्रांसजेंडर कुछ मांगने आएं तो अपनी सामर्थ के अनुसार जरूर दिजिए। इसे भी वर्ष भर सुख-समृद्धि में वृद्धि के रुप में देखा जाता है। यदि आपको दिवाली के दिन उल्लू के दर्शन होते हैं तो यह अच्छा संकेत है। इसका दिखना यह सिद्ध करता है कि आपके घर माता का आगमन जरूर होगा। यदि दिवाली के दिन छछूंदर के दर्शन होते हैं तो यह भी अच्छा शगुन है। इससे पूरे वर्ष भर मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है।
पूजा में ये पांच चीजें जरूर करें शामिल: माता के स्वागत के लिए अपने मुख्य दरवाजे पर आम, पीपल और अशोक के पत्तों का तोरण द्वार जरूर बनाएं। इससे घर में नकारात्मक ऊर्जा प्रवेश नहीं करती है। दिवाली के रात लक्ष्मी पूजन में पीली कौडिय़ों को जरूर रखें। पूजा के बाद इन कौडिय़ों को तिजोरी में रखें। ताकि सालभर माता लक्ष्मी की कृपा बनी रहे। माता को मिठाई के साथ खीर का प्रसाद चढ़ाएं। शास्त्रों के अनुसार यह उनका प्रिय व्यंजन है। लक्ष्मी पूजा की जगह और मुख्य द्वार और आंगन में रंगों से धार्मिक चिह्न जैसे- कमल, स्वास्तिक, कलश, फूलपत्ती आदि से रंगोली बनाएं। इससे देवी रंगोली की ओर जल्दी आकर्षित होती हैं।
इस मंत्र का करें जाप: ऊँ श्रीं ह्रीं क्लीं ऐं कमलवासिन्यै स्वाहा।।
ये राशि वाले इस तरह करें पूजा: मेष राशि वाले दिवाली के दिन लक्ष्मी और गणेश की पूजा लाल वस्त्र, लाल फूल और लाल चन्दन से करें। वृषभ राशि के जातक किसी भी मंदिर में गणेश जी को गुड़ का भोग लगाएं। घर के मुख्य दरवाजे पर दो घी के दीपक जलाएं। मिथुन राशि वाले शुभ मुहूर्त में माता लक्ष्मी को नारियल चढाएं। पूजा की रात दक्षिणावर्ती शंख से माता लक्ष्मी की पूजा करें। कर्क वाले इन दिन माथे पर केसर का तिलक लगाएं। किसी पंडित या जरुरतमंद आदमी को सवा किलो उरद का दान करें। सिंह राशि वाले घर के मुख्य दरवाजे के दोनों ओर गाय के घी का दिया जलाएं। लक्ष्मी-गणेश जी की पूजा के बाद शंख जरूर बजाएं। कन्या राशि के जातक रेशमी वस्त्र धारण करें। रात को लाल रूमाल में नारियल बांधकर तिजोरी या गल्ले में रखें। तुला वाले दिवाली में लगातार पांच दिनों तक घर में गौ-मूत्र का छिड़काव करें। दिवाली की रात दुर्गा चालीसा का पाठ जरूर करें। वृश्चिक वाले दिवाली के दिन किसी मंदिर में केले के दो पेड़ लगाएं। हनुमान जी के मंदिर में सिन्दूर, लाल वस्त्र और मोतिचूर लड्डू का भोग लगाएं। धनु राशि वाले दिवाली के दिन अपने पिता, गुरु या किसी बुजुर्ग व्यक्ति को भेंट अवश्य दें। मकर राशि वाले घर की दक्षिण दिशा में सरसों के तेल का दीपक जलाएं। दिवाली से लेकर छठ पूजा तक मांस और शराब का सेवन ना करें। कुम्भ के जातक दिवाली की रात माता लक्ष्मी को खीर का भोग लगाएं। भोग वाले खीर को परिवार के सभी सदस्यों के बीच बांटे। मीन राशि वाले दिवाली की शाम शनि मंदिर में दीपक, तेल और काली उड़द का दान करना बेहद खास माना गया है।
ये हैं पूजा के शुभ मुहूर्त:
दोपहर - 12.00 से 3.00 बजे तक (लाभ/अमृत)
सायं - 4.30 से 7.30 बजे तक (शुभ/अमृत)
मध्यरात्रि - 12.00 से 1.30 (लाभ)
स्थिर लग्न मुहूर्त-
दोपहर - 3.00 से 4.00 बजे तक (कुम्भ)
सायं- 7.15 से 9.00 बजे तक (वृष)
भूलकर भी दीपावली के दिन यह कार्य न करें-
- दीपावली के दिन भूलकर भी लड़ाई-झगड़ा न करें। ऐसा करने से मां लक्ष्मी नाराज हो जाती हैं।
- इस दिन कभी भी शाम के समय में नहीं सोना चाहिए। क्योंकि शाम के समय देवी लक्ष्मी घर में आती है। सोने की स्थिति में वापस लौट जाती हैं।
- बड़े लोगों का सम्मान करें। भूलकर भी अपशब्दों का प्रयोग न करें। ऐसा करने वाले से माता लक्ष्मी प्रसन्न नहीं रहतीं।
- इस दिन भूले से भी शराब और नशा ना करें। अक्सर लोग दीवाली के दिन शराब व नशा आदि का सेवन करते हैं। इससे पूरे घर में गरीबी व दरिद्रता आती है।
- अपने घर में साफ-सफाई रखें। क्योंकि लक्ष्मीजी उसी घर में सबसे पहले आती हैं, जहां सफाई रहती है। इस दिन घर की दीवारों से लेकर फर्श तक साफ रखें। घर के बाहर रंगोली बनाएं।हो सके तो फूल की मालाओं से घर को सजाएं।
- इस दिन अपनी वाणी पर नियंत्रण रखें। किसी पर गुस्सा कर उसका अहित न करे। ऐसा करने से मां लक्ष्मी नाराज हो जाती हैं।
Updated on:
17 Oct 2017 05:35 pm
Published on:
17 Oct 2017 05:06 pm
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