हमारे हाथ की पांचों उंगलियां शरीर के अलग-अलग अंगों से जुडी होती हैं। यदि किसी एक अंग में दर्द है तो केवल दर्द उसी जगह पर नहीं रहेगा बल्कि इससे पूरा शर
रायपुर. हमारे हाथ की पांचों उंगलियां शरीर के अलग-अलग अंगों से जुडी होती हैं। यदि किसी एक अंग में दर्द है तो केवल दर्द उसी जगह पर नहीं रहेगा बल्कि इससे पूरा शरीर प्रभावित रहता है। यदि शरीर का एक हिस्सा कट जाए या घाव हो तो उससे पूरे शरीर में दर्द रहती है। व्यक्ति उस घाव से व्याकुल रहता है। उस दर्द से निवारण चाहता है। शरीर के किसी भी हिस्से का दर्द सिर्फ हाथ की उंगली को रगडऩे से दूर नहीं हो सकता। उंगलियां अलग-अलग बिमारियों और भावनाओं से जुडी होती हंै। आपको बता दें कि उंगलियां चिंता, डर और चिड़चिड़ापन को दूर करने की क्षमता रखती हैं। उंगलियों पर धीरे से दबाव डालने से शरीर के कई अंगों पर प्रभाव पड़ता है। आइएं हम आपको बताते हैं कि किस उंगुली से क्या प्रभाव पड़ता है। उस उंगली के दर्द को कैसे दूर किया जा सकता है।
अंगूठा
हाथ का अंगूठा हमारे फेफड़ों से जुड़ा होता है। अगर आपके दिल की धड़कन तेज है तो हलके हाथों से अंगूठे पर मसाज करें और हल्का सा खीचें। इससे आप को आराम मिलेगा।
तर्जनी
ये उंगली आंतो से जुडी होती है। अगर आपके पेट में दर्द हो रहा है तो इस उंगली को हल्का सा रगड़ें। दर्द दूर हो जाएगा।
बीच की उंगली
ये उंगली परिसंचरण तंत्र से जुडी होती है। अगर आप को चक्कर या आपका जी घबरा रहा है तो इस उंगली पर मालिश करने से तुरंत रहत मिलेगी।
तीसरी उंगली
ये उंगली आपकी मनोदशा से जुडी होती है। अगर किसी कारण से आपकी मनोदशा अच्छी नहीं है या शांति चाहते हैं तो इस उंगली को हल्का सा मसाज करें और खीचें। इससे आपको जल्द ही अच्छे नतीजे मिलेंगे। आप का मूड खिल उठेगा।
छोटी उंगली
छोटी उंगली का किडनी और सिर के साथ संबंध होता है। अगर आपके सिर में दर्द है तो इस उंगली को हल्का सा दबाएं और मसाज करें। आपका सिर दर्द गायब हो जाएगा। इसे मसाज करने से किडनी भी तंदुरुस्त रहेगी।