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रायपुर. निगम के फिल्टर प्लांट की करीब 60 साल पुरानी मेन पाइप लाइन फूट जाने से दर्जनभर से ज्यादा मोहल्लों में पेयजल संकट उत्पन्न हो गया। ऐसी स्थिति में सोमवार को टैंकर लगवाकर पानी की सप्लाई करानी पड़ी।
वहीं आनन-फानन में अमृत मिशन की पाइप लाइन फिल्टर प्लांट से कनेक्ट करके बैरनबाजार, देवेंद्रनगर, ईदगाहभाठा जैसी टंकियों को भरना पड़ा। तब जाकर जलापूर्ति हो पाई। फिल्टर प्लांट के इंजीनियर का कहना है कि क्षतिग्रस्त पाइप सुधारने में चार से पांच दिन लग सकता है।
पानी टैंकरों से जलापूर्ति
जल विभाग के कार्यपालन अभियंता नरसिंह फरेंद्र के अनुसार तीन से चार टैंकर लगाकर मोहल्लों में पानी की आपूर्ति करा रहे हैं। सुधार कार्य में अभी काफी समय लगेगा।
इसलिए टिकरापारा थाने के पीछे वाली टंकी से 29 अगस्त को सुबह जलापूर्ति नहीं होगी। पानी टैंकरों से जलापूर्ति जारी है। मौके पर पहुंचकर जल विभाग के अध्यक्ष सतनाम सिंह पनाग ने भी जायजा लिया है।
मकानों की नींव के पत्थर टकरा रहे
खुदाई कराने के दौरान लोगों के मकानों की नींव में लगे पत्थर टकराते हैं। इसलिए धीरे-धीरे काम चल रहा है। ऐसी स्थिति में संजय नगर पानी टंकी से संजयनगर, टिकरापारा, धरमनगर, संतोषीनगर, लक्ष्मीनगर, कृष्णा नगर और हनुमान नगर जैसे क्षेत्रों के लोग या तो घरों में लगे बोर के पानी से काम चलाएंगे या फिर टैंकर आने का इंतजार करना पड़ेगा।
निगम के जल विभाग के इंजीनियर ने बताया कि यह मुख्य पाइप लाइन 60 से 70 साल पुरानी है, जिसकी गहराई 8 से 9 फीट तक है। क्षतिग्रस्त होने पर खोदाई कराने में काफी समय लगा। उसके आसपास जो मकान बने हैं, उसकी नींव पाइप लाइन के दायरे में आ रही है। इसलिए सुधार कार्य में काफी मुश्किल हो रहा है।
पाइपलाइन तकबन चुके मकान
संजय नगर की 22 एमएलडी क्षमता की टंकी फिल्टर प्लांट के 47 एमएलडी प्लांट से भरी जाती है, उसी की मुख्य राइजिंग पाइप लाइन 700 एमएम व्यास वाली संजय नगर के सैलानी मोहल्ला के पास रविवार को क्षतिग्रस्त हुई।
वह जगह इतनी संकरी है कि निगम की टीम से सुधार काम करते नहीं बन रहा है। जहां से पुराना मेन पाइप निकला है, वहां तक लोग मकान बना लिए हैं, इसलिए मरम्मत करते नहीं बन रहा है।
Published on:
29 Aug 2023 01:10 pm
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