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कोरोना से जंग: हल्ला मचाओ, सरकार को बताओ विदेश से आए हैं पड़ोसी

- जानकारियां छिपा रहे विदेश से लौटने वाले, एयरपोर्ट में नहीं भर रहे फॉर्म - कोर कमेटी के सामने रखी गई रिपोर्ट से हुआ खुलासा, अब सख्ती भी होगी - शिकायत, सुझाव और जानकारी के लिए 104 हेल्प लाइन नंबर डायल करें

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कोरोना से जंग: हल्ला मचाओ, सरकार को बताओ विदेश से आए हैं पड़ोसी

कोरोना से जंग: हल्ला मचाओ, सरकार को बताओ विदेश से आए हैं पड़ोसी

रायपुर.स्वास्थ्य विभाग ने अपील जारी की है, जिसमें कहा गया है कि 'अगर आपके आस-पड़ोस में कोई भी व्यक्ति विदेश यात्रा कर लौटा है तो, उसके बारे में जानकारी स्वास्थ्य विभाग को दें। 104 हेल्प लाइन नंबर पर बताएं। हल्ला मचाओ, ताकि उस व्यक्ति तक स्वास्थ्य टीम पहुंच सके और कोरोना वायरस को फैलने से रोका जा सके। नहीं तो आप भी संक्रमित होंगे।Ó यह डराने की नहीं, बल्कि जागरुक करने की कोशिश है। निर्णय इसलिए भी अहम माना जा रहा है क्योंकि विदेश यात्रा को छिपाने वालों की पहचान की जा सके। विदेश से लौटने वाले ही कोरोना वायरस के वाहक हैं।

'पत्रिकाÓ पड़ताल में सामने आया कि विदेश यात्रा कर स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट माना में उतरने वाले बहुत कम लोगों ने ही केंद्र सरकार की गाइड-लाइन के मुताबिक सेल्फ डिक्लेरेशन फॉर्म भरे। शनिवार और रविवार को करीब 4 हजार लोग उतरे, मगर किसी ने फॉर्म नहीं भरा। जबकि इन्हें बताना है कि वह कहां से लौटा, कितने दिन रहा, उसे कोई बीमारी तो नहीं है, वह कहां का रहने वाला है और उसका मोबाइल नंबर क्या है? जब यह रिपोर्ट कोरोना कोर कमेटी के सामने रखी गई तो अफसरों के कान खड़े हो गए।

स्वास्थ्य सचिव निहारिका बारिक ने आनन-फानन में तय किया गया कि अब एयरपोर्ट प्रबंधन ही एक-एक व्यक्ति से पूछताछ करके फॉर्म भरवाएगी, ताकि हर एक पर नजर रखी जा सके। जरुरत पड़ी तो सीआईएसएफ की मदद भी ली जाए। बतां दें कि जिन लोगों ने फॉर्म भरे भी हैं उन्होंने आधी-अधूरी जानकारी दी है। सचिव ने यह भी आदेश दिए हैं कि अखबारों, न्यूज चैनल और प्रचार-प्रसार के माध्यमों से जागरुकता फैलाएं, पड़ोसियों को जागरुक करें।

बस और ट्रेन से आए लोगों तक पहुंचाना है चुनौती-

एयरपोर्ट के अलावा सरकार के सामने बड़ी चुनौती, बस और ट्रेन से यात्रा कर राज्य में दाखिले होने वाले संदिग्ध, संक्रमित लोगों को ढूंढना है। अब तक पूरा फोकस एयरपोर्ट पर है ही, मगर बस और ट्रेन के माध्यम से आने वालों पर नजर रखने का कोई रास्ता अब तक नहीं निकल पाया है।

...इधर आईएमए, हॉस्पिटल बोर्ड के साथ हुई बैठक- स्वास्थ्य संचालनालय में अस्पताल शाखा प्रभारी डॉ. राजेश शर्मा ने इंडियन मेडिकल एसोसिएशन और हॉस्पिटल बोर्ड के पदाधिकारियों के साथ बैठक की। निजी अस्पतालों में मौजूदा साधन-संसाधन, डॉक्टर-स्टाफ को लेकर चर्चा हुई। हॉस्पिटल बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. राकेश गुप्ता, आईएमए रायपुर जिला अध्यक्ष डॉ. अनिल जैन, सचिव डॉ. आशा जैन, डॉ. प्रदीप शर्मा ने आश्वस्त किया कि निजी अस्पताल संचालक सरकार को हर संभव मदद देने तैयार हैं।