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रायपुर एयरपोर्ट में इमरजेंसी लैडिंग के बाद भी नहीं बची जान, भाई ने सुनाई फ्लाइट हुई आपबीती

* यात्री को अंबेडकर अस्पताल में कराया गया था भर्ती* महाराष्ट्र निवासी जितेंद्र शिंदे की हुई मौत

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रायपुर एयरपोर्ट में इमरजेंसी लैडिंग के बाद भी नहीं बची जान, भाई ने सुनाई फ्लाइट हुई आपबीती

रायपुर एयरपोर्ट में इमरजेंसी लैडिंग के बाद भी नहीं बची जान, भाई ने सुनाई फ्लाइट हुई आपबीती

रायपुर . माना एयरपोर्ट में इमरजेंसी लैडिंग कराई गई, लेकिन इसके बावजूद यात्री की जान नहीं बचाई जा सकी। दरअसल बागडोगरा से गुवाहटी के रास्ते मुंबई जा रही स्पाइस जेट की फ्लाइट में एक यात्री की तबियत बिगडऩे के बाद इमरजेंसी लैडिंग करा कर यात्री को रायपुर अंबेडकर अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। यात्री का नाम जितेंद्र शिंदे हैं, जो कि महाराष्ट्र के सांगली जिले के बेनापुर गांव का रहने वाला है। वह किशनगढ़ में सराफा कारीगरी का काम करता था और पथरी की बीमारी से पीड़ित होने की वजह से वापस मुंबई के रास्ते अपने भाई के साथ गांव लौट रहा था। यात्री की उम्र 31 साल बताई जा रही है।

एयरपोर्ट अधिकारियों के मुताबिक तबियत बिगडऩे के बाद स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट में दोपहर 2.15 बजे विमान की इमरजेंसी लैडिंग कराई गई। अंबेडकर अस्पताल प्रबंधन ने दोपहर 3.30 बजे के करीब मृत घोषित कर दिया, जहां पुलिस ने मर्ग कायम कर लिया है। अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि अस्पताल पहुंचने के पहले ही यात्री की मौत हो चुकी थी। यह भी आशंका जताई जा रही है कि यात्री की मृत्यु फ्लाइट में ही तबियत बिगडऩे के दौरान हो गई। इस फ्लाइट में कुल 175 यात्री सवार थे। इमरजेंसी लैडिंग के पहले कोलकाता एटीसी के जरिए रायपुर एटीसी को तबियत बिगडऩे पर इमरजेंसी लैडिंग की जानकारी दी गई थी, जिसके बाद माना एयरपोर्ट के रन-वे पर पहले से ही एंबुलेंस और डॉक्टरों की टीम ने मरीज की जांच के बाद एंबुलेंस के जरिए तत्काल अंबेडकर अस्पताल भर्ती कराया।

विमान में सवार भाई ने सुनाई आपबीती
पत्रिका से बातचीत में जितेंद्र के भाई सूरज कुमार शिंदे ने बताया कि वह जितेंद्र के साथ ही फ्लाइट में सफर कर रहा था। उसे पथरी (स्टोन) की बीमारी थी। इलाज चल रहा था। किशनगढ़ में सराफा कारीगरी के काम से छुट्टी लेकर वह इलाज के लिए महाराष्ट्र जा रहे थे। इसके लिए मुंबई की फ्लाइट पकड़ी। उसका गांव महाराष्ट्र के सांगली जिले में हैं। बागडोगरा से गुहावटी तक फ्लाइट में सब कुछ ठीक-ठाक रहा, लेकिन गुहावटी से मुंबई के सफर के दौरान तेजी से तबियत बिगड़ी। सफर के दौरान जितेंद्र बाथरूम गया। बाथरूम से आने के बाद उसे बेचैनी होने लगी। दोपहर 1.45 बजे विमान के क्रू मेंबर को तबियत बिगडऩे की जानकारी दी गई। तब भाई बहुत ही विहल हो चुका था। उसे सांस लेने में बहुत ज्यादा तकलीफ होने लगी। विमान के कुछ यात्रियों ने मदद का प्रयास किया। वहां फ्लाइट के क्रू मेंबर ने भी पंपिंग की कोशिश की, लेकिन देखते ही देखते 10 से 15 मिनट के भीतर भाई के शरीर में हलचल बंद हो गई। मेरे सीने पर ही भाई सो गया। उसके बाद उसे उठाने की कोशिश की गई, लेकिन भाई नहीं उठा।

पोस्टमार्टम के बाद आज जाएगा पार्थिव शरीर
मृतक जितेंद्र का शव अंबेडकर अस्पताल के मरच्युरी में रखा गया है। अस्पताल प्रबंधन के मुताबिक पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद पार्थिव शरीर परिवार वालों को सौंपा जाएगा, जिसके बाद महाराष्ट्र के बेनापुर में अंतिम संस्कार होगा। मृतक के भाई ने बताया कि गांव से किसी को नहीं बुलाया गया है। घर में घटना की जानकारी कुछ करीबी लोगों को ही पता है।

पत्नी को नहीं पता, सोच रही है छुट्टी पर आएगा
मृतक की शादी को 7 साल हो चुके हैं, लेकिन कोई भी संतान नहीं है। उसकी पत्नी को घटना की जानकारी नहीं दी गई है। घर में माता-पिता को भी नहीं बताया गया है। चूंकि परिवार वालों को पहले से पता है कि जितेंद्र की तबियत ठीक नहीं है, इसलिए वह घर लौट रहा है। मृतक के भाई का कहना है कि मैं कुछ भी बोलने की स्थिति में नहीं हूं कि घर में क्या बताऊं।

रायपुर के होटल में मिला सराफा कारोबारियों का साथ
मृतक का भाई सूरज इस घटना के बाद बात करने की स्थिति में नहीं था। उन्होंने बहुत ही रूआंसा होकर घटना की जानकारी दी। रातभर वह अपने एक मित्र के साथ सदर बाजार स्थित एक होटल में रूका रहा, जहां उसे रायपुर के कुछ और सराफा कारोबारियों का साथ मिला, उन्होंने भी सूरज को ढ़ांढस बंधाते हुए हिम्मत रखने को कहा।

रात को उड़ी स्पााइस जेट की फ्लाइट
दोपहर को इमरजेंसी लैडिंग के बाद स्पाइस जेट की फ्लाइट रात 9 बजे टेकऑफ हो सकी। स्पाइस जेट की फ्लाइट को पुशबैक (इंजन स्टार्ट करने के पहले की प्रक्रिया) करने के लिए माना एयरपोर्ट में जरूरी उपकरण नहीं होने की वजह से दिल्ली से आने वाली विस्तारा एयरलाइंस की फ्लाइट में यह उपकरण रात 8 बजे पहुंचा, जिसके बाद विमान ने उड़ान भरी। एयरपोर्ट के अधिकारियों ने बताया कि स्पाइस जेट के जिस विमान की माना एयरपोर्ट में इमरजेंसी लैडिंग कराई गई, इस तरह के विमान के लिए पुशबैक उपकरण माना एयरपोर्ट में नहीं था, लिहाजा यात्रियों को टेकऑफ के लिए रात तक का इंतजार करना पड़ा। तब तक यात्रियों को एयरपोर्ट के लाउंज में ठहराया गया था। यात्रियों में भी इस बात की चिंता रही कि मरीज का क्या हुआ। एयरपोर्ट प्रबंधन को तब तक यात्री के मृत्यु की जानकारी नहीं मिल पाई थी।

वर्जन...
गुवाहटी से मुंबई जा रही फ्लाइट में एक यात्री की तबियत बिगडऩे के बाद उसे तत्काल अस्पताल भेजा गया। कोलकाता एटीसी से अनुमति मिलने के बाद इमरजेंसी लैडिंग कराई गई।
राकेश सहाय
निदेशक, स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट, माना

वर्जन...
अंबेडकर अस्पताल में पहुंचने के पहले ही यात्री की मौत हो चुकी थी। पोस्टमार्टम के बाद पार्थिव शरीर परिवार वालों को सौंपा जाएगा।
शुभ्रा सिंह ठाकुर
पीआरओ, अंबेडकर अस्पताल