
अब व्हाइट हाउस नहीं बल्कि इस नाम से जाना जाएगा नगर निगम मुख्यालय
रायपुर. नगर निगम की मेयर इन काउंसिल एमआईसी की शुक्रवार को आयोजित बैठक में एमआईसी सदस्यों ने वार्डों में कचरा उठाने के लिए लगी टाटा एस गाड़ी को रामकी को किराए पर देने के निर्णय पर जमकर भडक़े। बैठक में बैरन बाजार में 34 लाख लीटर की पानी टंकी सहित 10 प्रस्ताव पारित किए गए।
बैठक में एमआईसी सदस्य श्रीकुमार मेनन, अजीत कुकरेजा, एजाज ढेबर, सतनाम पनाग, नागभूषण राव, अनवर हुसैन सहित अन्य सदस्यों ने निगम अधिकारियों पर आरोप लगाया कि भाजपा को चुनाव में फायदा पहुंचाने के लिए रामकी को निगम की गाड़ी कौडिय़ों के दाम में दे दी है।
एमआईसी सदस्यों ने महापौर से कहा कि वार्डों से निगम आयुक्त द्वारा वापस मंगाई गई टाटा एस गाड़ी को शीघ्र वापस की जाए। इसें कांग्रेस पार्षदों के खिलाफ मुद्दा देने की साजिश बताया। एमआईसी सदस्यों के आक्रोश को देखते हुए महापौर प्रमोद दुबे ने निगम अधिकारियों से कहा कि रामकी को दी जाने वाली गाड़ी का निर्णय निरस्त किया जाए और वापस वार्डों में भेजा जाए।
अमृत मिशन फेस 2 के तहत बैरनबाजार में 3400 किलो लीटर का उच्च स्तरीय पानी टंकी के निर्माण के प्रस्ताव को भी मंजूर किया गया। इसी तरह जोन क्रमांक 3 में महर्षि वाल्मिकी वार्ड क्रमांक 28 अंतर्गत गोलछा अपार्टमेंट गायत्री नगर के पास नाला निर्माण के लिए 97.13 लाख रुपए की एमआईसी में स्वीकृति प्रदान की गई।
बैठक में अतिरिक्त विषयों के रूप में निगम मुख्यालय भवन व्हाइट हाउस का नाम महात्मा गांधी सदन रखने का प्रस्ताव रखा गया। जिसे सर्वसम्मति से पारित किया गया। इसके अलावा निराश्रित, असहाय, विधवा, वृद्धावस्था, सुखद सहारा तथा अन्य पेंशन योजनाओं के प्रस्ताव को भी स्वीकृति दी गई। महापौर दुबे ने पेंशन योजनाओं पर अधिकारियों को निर्देश दिए कि आगामी समय में होने वाले चुनावों के दौरान किसी की भी पेंशन न अटके, इसकी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
Published on:
16 Nov 2019 09:02 am
बड़ी खबरें
View Allरायपुर
छत्तीसगढ़
ट्रेंडिंग
