29 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

OYO के फाउंडर रितेश अग्रवाल ने कहा- जितने ज्यादा लोग आपसे जुड़ेंगे, फेल होने के चांस कम होंगे

OYO founder Ritesh Agarwal: आपको हमेशा ऐसी जगह समय बिताना चाहिए जहां आपको खुशी मिले। बिजनेस में तो आप फायदा देखते हैं लेकिन खुशी...

2 min read
Google source verification
OYO founder Ritesh Agarwal

OYO founder Ritesh Agarwal: आपके आसपास जैसे लोग होते हैं आप वैसे ही बन जाते हैं। इसलिए जरूरी है कि हम ऐसे लोगों से मिलें जिनसे कुछ नया सीखा जा सकता है। कम से कम वीकेंड में ऐसा प्लान जरूर बनाएं। जरूरी नहीं कि आपका मेंटोर कोई एक व्यक्ति ही हो। सबसे पहले घर के लोगों आश्वस्त करें, क्योंकि जब आप परिवार को ही आश्वस्त नहीं कर पाए तो बाहर कैसे करेंगे।

जितने ज्यादा लोग आपसे जुड़ेंगे, फेल होने के चांस उतने कम होंगे। यह बात ओयो ( OYO ) के फाउंडर रितेश अग्रवाल ने एंटरप्रेन्योर्स मीट-2024 में कहा। वे डीडीयू ऑडिटोरियम में शनिवार को आयोजित बिजनेसगढ़ 2.0 में बोल रहे थे। उन्होंने अपने अनुभवों से एंटरप्रेन्योर को सफल होने के कई टिप्स दिए।

OYO founder Ritesh Agarwal: उन चीजों में समय बिताएं जहां खुशी मिले

आपको हमेशा ऐसी जगह समय बिताना चाहिए जहां आपको खुशी मिले। बिजनेस में तो आप फायदा देखते हैं लेकिन खुशी और सुकून के लिए कुछ और ही चाहिए होता है। जैसे कि मैं अपने गांव के लिए कुछ करना चाहता हूं। मुझे बहुत खुशी मिलती है।

यह भी पढ़ें: CG Achievement: NIT के ऋत्विक को सर्वश्रेष्ठ शोध प्रबंध का राष्ट्रीय पुरस्कार, सुधरेगी मजदूरों की सेहत और कार्यक्षमता

सफलता: जब आपके दिल में किसी तरह का मलाल न हो, तो आप सफल हैं।

किस्मत: जीवन में मौका हर किसी को मिलता है। जब लोग और मौके सही हो तो बिल्कुल नहीं सोचना। किस्मत उसी की जो कड़ी मेहनत करते हैं।

सीख: जीवन में सीखने का मौका हर जगह मिलेगा, यूनिवर्सिटी तो रास्ता मात्र है।

फाउंडर में हों ये 3 गुण

समझ: जिस भी इंडस्ट्री के फंड चाहते हैं उसकी पूरी समझ होनी चाहिए। ओयो शुरू करने से पहले मैं तीन महीने तक हर रोज किसी न किसी होटल में जाता और वहां अपना आइडिया बताता था। उनसे डिस्कशन से भी मेरी समझ बढ़ती थी।

ग्राहकों का ध्यान: मैं आज भी रोजाना 8 से 10 शिकायतों का समाधान करता हूं। ये शिकायतें मुझे सोशल प्लेटफॉर्म या ई-मेल से मिलती हैं। बिजनेस के साथ ही ग्राहकों की भावनाओं का ख्याल रखना चाहिए।

पैसे की इज्जत: फाउंडर के तौर पर आप पैसों की इज्जत जरूर करें। कहां कितना पैसा लगाया और नफा-नुकसान का ध्यान रखकर ही हर कदम उठाएं।

कॉलेज ड्रॉपआउट लेकिन रिक्मेंड नहीं करूंगा

मैं कॉलेज ड्रॉपआउट हूं। मुझे एक मेल आया, जिसमें मां अपने बेटे को लेकर कह रही थीं कि मेरा बेटा आपका उदाहरण देता है। मैं उन्हें समझाया कि मैं किसी को इस बात के लिए कभी रिक्मेंड नहीं करता।


बड़ी खबरें

View All

रायपुर

छत्तीसगढ़

ट्रेंडिंग