
Paddy purchase in chhattisgarh: रायपुर. खाद्य मंत्री अमरजीत भगत की अध्यक्षता में सोमवार को धान खरीदी के लिए गठित मंत्रिमंडलीय उप समिति की अहम बैठक हुई। बैठक में धान खरीदी की तिथि अभी तय नहीं हो सकी। तिथि तय करने के लिए दीपावली के बाद एक बार फिर उप समिति की बैठक होगी। वहीं पिछली बार की तरह इस बार भी बारदाना का संकट नजर आ रहा है। इसे देखते हुए मंत्रिमंडलीय उप समिति ने फैसला लिया है कि पहले दिन से ही किसान अपने बारदानों में धान लाकर बेच सकते हैं।
बता दें कि पिछली बार धान खरीदी के बीच बारदानों का संकट हो गया है। इसके बाद सरकार ने किसानों से अपने बारदानों में धान लाने की अपील की थी। इसके एवज में किसानों को प्रति बोरा 15 रुपए भुगतान किया गया था। हालांकि इस दौरान बाजार में प्रति बोरे की कीमत 32 से 35 रुपए हो गई थी। मंत्रिमंडलीय उप समिति की बैठक के बाद कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे ने बताया कि, इस साल धान खरीदी के लिए 1 करोड़ 5 लाख मीट्रिक टन से अधिक की खरीदी का लक्ष्य रखा गया है। जूट कमिशनर कोलकोता को आर्डर किया गया है।
धान खरीदी शुरू होने से पहले केवल 30 फीसदी बारदाना मिलने की उम्मीद है। हमने राइस मिल, पीडीएस की दुकानों से और पिछली बार की तरह प्लास्टिक के बारदानें जुटाने की पहल कर दी है। हम मानकर चल रहे हैं कि धान खरीदी प्रभावित नहीं होगी।
विपक्ष ने सपने में भी नहीं सोचा था इतना बड़ा लक्ष्य
भाजपा की मांग है कि धान की खरीदी 1 नवम्बर से शुरू हो। इस पर मंत्री चौबे ने कहा, जनता ने उन्हें 14 सीट पर समेट दिया है, इसलिए वे मांग तो करेंगे, लेकिन व्यवस्था बनाना सरकार की जिम्मेदारी है। विपक्ष ने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि प्रदेश में 1.5 करोड़ मीट्रिक टन धान की खरीदी होगी।
Published on:
26 Oct 2021 01:45 pm
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