स्वामी विवेकानंद रायपुर जबलपुर के जरिए आए थे। वे यहां 1877 से 1878 के उत्तरार्ध तक रुके। इतिहासविद बताते हैं कि उस वक्त रायपुर से होकर गुजरने वाली मौजूदा हावड़ा-मुंबई रेल लाइन का निर्माण नहीं था। स्वामीजी का परिवार कोलकाता से जबलपुर ट्रेन से और वहां बैलगाड़ी में बैठकर करीब 400 किलोमीटर का सफर 15 दिनों में करके आया था।