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President In Raipur : राष्ट्रपति मुर्मु ने प्रभु जगन्नाथ से मांगी छत्तीसगढ़ की सुख-समृद्धि, इन कार्यक्रमों में हुए शामिल

President In Raipur : छत्तीसगढ़ के दो दिवसीय प्रवास पर रायपुर पहुंची राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु का एयरपोर्ट पर राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और वरिष्ठ अधिकारियों ने स्वागत किया।

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President In Raipur : राष्ट्रपति मुर्मु ने प्रभु जगन्नाथ से मांगी छत्तीसगढ़ की सुख-समृद्धि, इन कार्यक्रमों में हुए शामिल

President In Raipur : राष्ट्रपति मुर्मु ने प्रभु जगन्नाथ से मांगी छत्तीसगढ़ की सुख-समृद्धि, इन कार्यक्रमों में हुए शामिल

रायपुर। President In Raipur : छत्तीसगढ़ के दो दिवसीय प्रवास पर रायपुर पहुंची राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु का एयरपोर्ट पर राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और वरिष्ठ अधिकारियों ने स्वागत किया। एयरपोर्ट पर ही उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इससे के बाद राष्ट्रपति सीधे गायत्री नगर में भगवान जगन्नाथ मंदिर पहुंचीं। यहां उन्होंने भगवान जगन्नाथ, बलभद्र जी तथा सुभद्रा जी के दर्शन किए। साथ ही देशवासियों की सुख-समृद्धि एवं निरंतर प्रगति की कामना की। वहीं राष्ट्रपति महंत घासीदास स्मारक संग्रहालय में छत्तीसगढ़ के पुरातात्विक वैभव से हुई रू-ब-रू हुई। एयरपोर्ट पर महापौर एजाज ढेबर ने राष्ट्रपति को सांकेतिक रूप से चांदी से बनी शहर की चाबी भेंट की।

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यह देखा संग्रहालय में
बिलासपुर जिले के तालागांव में देवरानी मंदिर से प्राप्त रुद्रशिव प्रतिमा, सरगुजा के रामगढ़ में पत्थरों को काटकर बनाई गई विश्व की प्राचीनतम नाट्यशाला के रूप में मशहूर सीताबेंगरा गुफा, सिरपुर में पक्के ईंटों से निर्मित लक्ष्मण मंदिर, भोरमदेव के शिव मंदिर और बारसूर में पत्थर से निर्मित भगवान गणेश की विशाल प्रतिमा की प्रतिकृतियों, सिरपुर में वर्ष 1953 में टीलों की खुदाई में प्राप्त धातु निर्मित बौद्ध मूर्तियों, रतनपुर से मिले 11वीं और 12वीं शताब्दी की भगवान विष्णु की प्रतिमा तथा जैन तीर्थंकरों की प्रतिमाओं के बारे में भी जाना।

ऐसा लगा जैसे कोई अपना, अपने ही घर आया: सीएम

सीएम ने कहा, राष्ट्रपति के आगमन से हम छत्तीसगढ़ के लोग विशेष आत्मीयता का अनुभव कर रहे हैं। ऐसा लग रहा है जैसे कोई अपना, अपने ही घर आया है। यह प्रदेश एक आदिवासी प्रदेश है, अनुसूचित जाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के लोग भी बहुत बड़ी संख्या में यहां निवास करते हैं। यह प्रदेश किसानों का प्रदेश है, यह वंचितों का प्रदेश है। सभी वंचितों को न्याय मिले, यह संविधान की भावना है। आप संविधान की रक्षक हैं, आपके आगमन से छत्तीसगढ़ के लोग बहुत सुरक्षित महसूस कर रहे हैं।

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राष्ट्रपति को दी तालागांव से प्राप्त रुद्रशिव प्रतिमा की प्रतिकृति

राष्ट्रपति ने महंत घासीदास स्मारक संग्रहालय में छत्तीसगढ़ और अन्य क्षेत्रों से प्राप्त प्राचीन मूर्तियों, अभिलेखों और ताम्रपत्रों के बारे में विस्तार से जाना। वे यहां की प्राचीन मूर्त धरोहर, राम वन गमन पथ तथा शिवनाथ नदी के दोनों ओर बसे गढ़ों से भी रू-ब-रू हुईं। इस दौरान मुख्यमंत्री ने राष्ट्रपति को तालागांव से प्राप्त रुद्रशिव प्रतिमा की प्रतिकृति भेंट की। यहां राज्यपाल और संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत ने भी राष्ट्रपति के साथ संग्रहालय का अवलोकन किया।

महंत घासीदास स्मारक संग्रहालय के भ्रमण के बाद राष्ट्रपति ने विजिटर्स बुक में लिखा कि यहां प्रदर्शित कलाकृतियां और प्राचीन अवशेष भारतीय इतिहास के ज्ञान में वृद्धि करते हैं। रुद्रशिव की मूर्ति, सिरपुर की धातु मूर्तियां तथा लकड़ी के खंभे पर दो हजार साल पहले लिखा गया लेख इस संग्रहालय में सावधानीपूर्वक रखे गए हैं। उन्होंने गौरवशाली अतीत के साक्ष्यों को संभालने के लिए संग्रहालय की पूरी टीम को बधाई दी।

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सकारात्मक बदलाव से समाज होता है मजबूत

राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन ने कहा, कि सकारात्मक परिवर्तन का मतलब ऐसे परिवर्तन से है जिसका लाभ व्यक्ति, परिवार, समाज और राष्ट्र को हो। जब कोई समाज सकारात्मक बदलाव को अपनाता है तब वह और अधिक मजबूत हो जाता है। हम सभी जानते हैं कि परिवर्तन प्रकृति का नियम है। जो रूढ़िवादी और परंपरावादी समाज अपनी मान्यताओं और परंपराओं को बदलना नहीं चाहता वह मुख्यधारा से कट जाता है।

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राजभवन में लगाया पारिजात का पौधा

राष्ट्रपति ने राजभवन में पौधरोपण भी किया। उन्होंने, पारिजात का पौधा लगाया। राज्यपाल ने श्वेत चम्पा का पौधा लगाया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु के सम्मान में राजभवन में रात्रि भोज आयोजित किया गया। इस दौरान जनप्रतिनिधिगण और अधिकारी मौजूद रहे।

राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मु ने रात्रि भोज के पूर्व आमंत्रित अतिथियों से मुलाकात की। इस अवसर पर राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन, प्रथम महिला सुप्रभा हरिचंदन, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, उनकी धर्मपत्नी मुक्तेश्वरी बघेल, केन्द्रीय मंत्री रेणुका सिंह, छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस रमेश सिन्हा, मंत्रीगण ताम्रध्वज साहू, मोहन मरकाम, कवासी लखमा, अमरजीत भगत, सांसदगण अरूण साव, सुनील सोनी, गोमती साय, फूलो देवी नेताम, मोहन मंडावी, संतोष पांण्डेय, नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल, पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह अन्य जनप्रतिनिधिगण पद्मश्री पुरूस्कार से सम्मानित गणमान्य नागरिक, मुख्य सचिव अमिताभ जैन, पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा, अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू, रेणु जी पिल्ले, राज्यपाल के सचिव अमृत खलखो सहित अनेक वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी सहित गणमान्य नागरिक उपस्थित थे ।