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रायपुर मास्टर प्लान 2031: धमतरी, बिलासपुर व बलौदाबाजार की ओर बढ़ेगा राजधानी का दायरा

Raipur master plan 2031 :

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रायपुर. Raipur master plan 2031 : रायपुर मास्टर प्लान 2031 में शहर का विकास धमतरी, महासमुंद और बिलासपुर की दिशा में होगा। बिलासपुर, महासमुंद, बलौदाबाजार और पुराना व नया धमतरी रोड में दुकानें, स्कूल और अस्पताल के लिए भूमि उपयोग प्रतावित किया गया है। इसके मुख्य मार्ग से 200 मीटर की गहराई तक दोनों ओर मिश्रित लैंड यूज तय किया गया है। इसके अलावा बलौदाबाजार, महासमुंद और धमतरी रोड के क्षेत्र को आवासीय क्षेत्र के रूप में विकसित करने का प्रस्ताव दिया गया। 1782 हेक्टेयर भूमि को आवासीय रूप में विकसित करने का प्लान है जो कुल निवेश क्षेत्र का 40 फीसदी है।

बिलासपुर की ओर औद्योगिक केंद्र, लॉजिस्टिक, कॉमर्शियल हब लोहा उद्योग के लिए प्रस्तावित किया गया है। यहां गोदाम, उद्योग, ट्रांसपोर्ट नगर, लॉजिस्टिक पार्क बनाने के लिए भूमि उपयोग प्रस्तावित किया गया है। जिसमें अब मास्टर प्लान के तहत बोरियाकला एजुकेशन हब, कचना प्रीमियम रेसिडेंशियल जोन, गिरौद को लॉजिस्टिक हब, टाटीबंध को ट्रांसपोर्टेशन जोन, तिल्दा को नया औद्योगिक क्षेत्र के रूप में डेवलप करने की योजना बनाई गई है। रायपुर शहर का दायरा शामिल करने के बाद 50 हजार 72 हेक्टेयर तक अब निवेश क्षेत्र का दायरा बढ़ाया गया है। 35 हजार 553 विकसित क्षेत्र करने का प्रस्ताव दिया गया है।

पिछले मास्टर प्लॉन में कम हो पाया था विकास
दक्षिण में प्रस्तावित आरआर-04 (पुराना) पर अनियंत्रित विकास नए मास्टर प्लान में 35 हजार 553 हेक्टेयर जमीन का भूमि उपयोग तय किया गया है। यह मास्टर प्लान 2021 की अपेक्षा 18152 हेक्टेयर अधिक है। पिछली प्लानिंग 25 लाख आबादी के लिए 16000 हेक्टेयर जमीन के साथ बनाया गया था। अब विभाग ने 30 लाख की आबादी के लिए प्लान तैयार किया गया है। मास्टर प्लान 2021 में निर्धांरित भूमि का 3872.62 हेक्टयर कम में ही विकास हो पाया था। इसलिए अब इस बार मास्टर प्लॉन का हर तीसरे साल रिव्यू किया जाएगा।

इन क्षेत्रों का बदला है लैंडयूज
अब मास्टर प्लान के तहत बोरियाकला एजुकेशन हब, कचना प्रीमियम रेसिडेंशियल जोन, गिरौद को लॉजिस्टिक हब, टाटीबंध को ट्रांसपोर्टेशन जोन, तिल्दा को नया औद्योगिक क्षेत्र के रुप में डेव्हलप करने की योजना बनाई गई है। इस विकास योजना में अहम भूमिका सड़कों का निर्माण किया जाएगा। इन क्षेत्रों में सबसे ज्यादा लैंड यूज में बदलाव किया गया है। यहां से दावा-आपत्ति आ सकती है।

- मिश्रित लैंड यूज रोड के दोनों तरफ 200 मीटर तक

- बिलासपुर रोड पर औद्योगिक और वाणिज्यिक प्रस्तावित किया गया

- यातायत की समस्या को रोकने शहर के बाहर होंगे ट्रांसपोर्ट नगर, लॉजिस्टिक पार्क बनेंगे


इन सड़कों पर विकास योजना

ऐसे रिंग रोड का अभाव जो नगर के दक्षिण-पूर्वी हिस्से को रिंग रोड - 03 से जोड़ना।

एनएच-53 से कचना/ आमासिवनी जैसे क्षेत्रों में पर्याप्त कनेक्टिविटी का अभाव।

मौजूदा आरआर- 04 एलिवेटेड है, इसलिए औद्योगिक यातायात का भार अभी भी आरआर-02 एवं अन्य स्थानीय मार्गों पर निर्भर है।

आरआर- 04 (नए) के आगे भी उद्योगों का विकास।


नया व्यापारिक केंद्र

नया रायपुर और रायपुर के बीच एक बफर जोन बनाने की योजना है। फुंडहर, वीआईपी रोड, और नया रायपुर से जोड़ा जाएगा। इसके लिए इस बीच में एक व्यापारिक केंद्र बनाया जाएगा। यह डूमरतराई थोक मार्केट से ज्यादा विकसित होगा।

मास्टर प्लान में नया रायपुर और पुराना रायपुर को जोड़ने के लिए व्यापारिक केंद्र और मुख्य सड़कों के आसपास विकास बढ़ाने के लिए 200 मीटर तक मिश्रित लैंड यूज किया गया है।

संदीप बागड़े, संयुक्त संचालक, ग्राम तथा नगर निवेश विभाग