
रायपुर . साइबर अपराध की घटना को अंजाम देने वाले अब पुलिस की नजरों से नहीं बच पाएंगे। इसे रोकने के लिए जल्दी ही सभी जिलों में साइबर थाना खोला जाएगा। यहां शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज करने के साथ ही मामलों की विवेचना की जाएगी। इसकी शुरुआत जल्दी ही रायपुर जिले से होगी। वहीं जिला स्तरीय थानों की निगरानी करने के लिए नई राजधानी अटलनगर स्थित पुलिस मुख्यालय में केंद्रीय कंट्रोल रूम बनाया जाएगा। विभागीय अधिकारी इसकी तैयारियों में जुटे हुए है।
इसका प्रस्ताव भी राज्य सरकार को भेजा गया है। इसकी स्वीकृति मिलते ही सभी जिलास्तरीय सेल को थाना में अपग्रेड किया जाएगा। बताया जाता है कि थाना में एक विशेषज्ञ के साथ ही तीन सहयोगियों और जांच के लिए अत्याधुनिक कम्प्यूटर फिट किया जाएगा। बता दें कि साइबर अपराध की विवेचना करने सभी जिलों में साइबर सेल का संचालन किया जा रहा है। थाना में शिकायत दर्ज करने के बाद इसे विवेचना के लिए जिला स्तरीय सेल को भेजा जाता है। लेकिन, यहां विशेषज्ञों के नहीं होने के कारण गंभीर किस्म के प्रकरण को पीएचक्यू स्थित थाना स्थानांतरित कर दिया जाता है।
इसलिए साइबर थानों की जरूरत
पिछले काफी समय से ऑनलाइन ठगी के मामलों में लगातार इजाफा हो रहा है। पिछले 11 महीनों में करीब 450 मामले दर्ज किए गए है। इसमें बैंक खातों से रकम निकालकर धोखाधड़ी करने, ऑनलाइन लेनदेन, एटीएम क्लोनिंग, , एटीएम कार्ड नंबर, ईमेल आईडी के जरिए धोखाधड़ी और हैकिंग के सर्वाधिक मामले है। इस घटना को हजारों किमी दूर बैठकर भी आरपियों द्वारा अंजाम दिया जा रहा है। बता दें कि पिछले कुछ समय से झारखंड के जामताड़ा से गिरोह का संचालन करने वाले कुछ आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद भी साइबर ठगी के मामले सामने आ रहे है। थाना शुरू होने से साइबर अटैक होने पर तुरंत प्राथमिकी दर्ज कर विशेषज्ञ इसकी करेंगे। इससे मामलों को सुलझाने और आरोपियों को पकडऩे में मदद मिलेगी।
वर्जन
साइबर अपराध को रोकने के लिए जल्दी ही सभी जिलों में थाना शुरू किया जाएगा। इसका सेटअप बनाने के साथ ही विभागीय स्तर पर इसकी तैयारी चल रही है।
आरके विज, एडीजी योजना एवं प्रबंध
Published on:
30 Dec 2019 10:01 pm
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