राजनीतिक उपयोग
सेवानिवृत्त ब्रिगेडियर ने बताया कि 1984 में पहली बार सियाचिन में सर्जिकल स्ट्राइक किया गया था। इसके बाद कई बाद इस तरह के ऑपरेशन चलाए गए। लेकिन, आज किसी भी सरकार ने इसे सार्वजनिक नहीं किया गया। लेकिन, पाक अधिकृत सीमा पर किए गए सर्जिकल स्ट्राइक जानबूझकर वायरल किया गया।
रफाल सौदे पर उठाए सवाल
रफाल सौदे को लेकर सेवानिवृत्त ब्रिगेडियर प्रदीप यदु ने सवाल उठाते हुए कहा कि इसे सार्वजनिक किया जाना चाहिए। 527 करोड़ रुपए में इसका सौदा किया गया, लेकिन आज इसकी कीमत 1770 करोड़ रुपए कैसे हो गई। यह जांच का विषय है। उन्होंने कहा कि पूरा विश्व देख रहा है कि किस तरह से पिछले 4 वर्ष में तीन रक्षामंत्री बदल दिए गए। इसके बाद भी जवानों को समस्याएं आज तक हल नहीं हो पाई है।
माओवादी मोर्चे पर मिली मात
प्रदीप यदु ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार माओवादी मोर्चे पर पूरी तरह से विफल हो गई है। बिना किसी योजना के जवानों को उतारे जाने के कारण 2005 से लेकर अबतक छत्तीसगढ़ में 1011 जवान शहीद हो चुके हैं। इसका मुख्य कारण दिए जाने वाला प्रशिक्षण है। पुलिस के गुरिल्ला युध्द में निपुण नहीं होने के कारण ऑपरेशन में मात मिल रही है। उन्होंने कहा कि जवानों को सेवानिवृत सैन्यअफसरों से प्रशिक्षण दिलाने की जरूरत है।