यह भी पढ़ें: छत्तीसगढ़ में गुजर गया पीक, कोरोना की रफ्तार हुई थोड़ी कम, जानिए एक्सपर्ट ने क्या कहा
एसडीएम बृजेश क्षत्रिय का कहना है कि हमारे COVID Care Center के डॉक्टर और स्टाफ ने इलाज में कोई कसर नहीं छोड़ी। वे तीजन का हौसला बढ़ाते रहे। तब तीजन डिस्चार्ज हुईं तो उन्हें तालियां बजाते हुए विदा किया गया। कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर भुरे के निर्देश पर धमधा कोविड केयर सेंटर की स्थापना की गई थी, जहां 4 मल्टी फंक्शन ऑक्सीजन कंसंट्रेटर और 30 ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध हैं।कोरोना ट्रीटमेंट प्रोटोकॉल का किया पालन
कोविड केयर सेंटर के चिकित्सकों में बीएमओ डॉ. डीपी ठाकुर, डॉ. शशि प्रभा मैत्री और डॉ. जयश्री नागरे ने सिर्फ और सिर्फ कोविड प्रोटोकाल के मुताबिक मेडिसीन प्लान की ओर इलाज शुरू किया। डॉक्टर हायर सेंटर के संपर्क में भी रहे। उनके लाइन ऑफ ट्रीटमेंट भी लिया और हम सफल रहे।
यह भी पढ़ें: हद हो गई लापरवाही की: जिंदा मरीज का बना दिया डेथ सर्टिफिकेट, परिजनों ने किया बवाल
इलाज के साथ व्यवहार और वातावरण जरूरी
तीजन बहुत खुश हैं। वे कहती हैं कि मेरा बहुत अच्छे से ध्यान रखा गया। कोई कमी नहीं हुई। समय पर खाना और दवाइयां दी गई। इनके परिजन भी काफी खुश हैं। बेटा कहता है कि मां की तबियत बहुत खराब थी, डॉक्टरों न उन्हें नया जीवन दिया। डॉ. भीमराव आंबेडकर अस्पताल के मनोरोग विभागाध्यक्ष डॉ. मनोज साहू करते हैं कि कोरोना पर व्यक्ति के तनावग्रस्त होने की संभावना होती है। अगर, ऐसे वक्त पर उसका हौसला बढ़ाने का जरुरत है। अगर, उसे इलाज के साथ-साथ बेहतर वातावरण मिले तो मनोबल बढ़ता है।