
जमीन विवाद में फंसा 60 करोड़ का रन-वे, चुनाव के दौरान 24 घंटे एयर टै्रफिक में दिक्कत
रायपुर. विधानसभा चुनाव के मद्देनजर 24 घंटे एयर ट्रैफिक को चालू करने के निर्देश के बाद भी स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट माना में करोड़ों रुपए की लागत से बना रन-वे अभी भी बेकार पड़ा हुआ है। इसकी सुरक्षा के लिए भी सीआईएसएफ को भी कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है।
जमीन मुआवजा विवाद नहीं सुलझने की वजह से एयरपोर्ट परिक्षेत्र को पूरी तरह बाउंड्रीवाल से घेरा नहीं जा सका है, जिसकी वजह से बीच-बीच में खाली जगह है। जब तक बाउंड्रीवाल कवर नहीं होगा तब तक नए रन-वे से उड़ान भरना विमानों के लिए सुरक्षा की दृष्टि से संभव नहीं है।
एयरपोर्ट के आला अधिकारियों ने बताया कि हाल ही में अटर नगर विकास प्राधिकरण को एक बार फिर रिमाइंडर भेजा गया है कि वे किसानों के जमीन मुआवजा मामले का शीघ्र निपटारा करें। ताकि जिस उद्देश्य के साथ रन-वे का निर्माण किया गया था, वह पूरा किया जा सके। विधानसभा चुनाव के पहले यह विवाद सुलझाने की कोशिशें तेज हो चुकी है। दरअसल यह मामला र्हाकोर्ट में लंबित है। एयरपोर्ट प्रबंधन की मांग के बाद अब अटल नगर विकास प्राधिकरण ने हाइकोर्ट में अपील की है।
रन-वे का मामला नहीं सुलझने की वजह से माना एयरपोर्ट के रन-वे को इंटरनेशनल फ्लाइट की लैंडिंग के अनुरूप नहीं माना गया है। वर्तमान में रन-वे की लंबाई घरेलू उड़ानों के लिए पर्याप्त है, लेकिन अंतरराष्ट्रीय विमानों के लिए यह रन-वे मानकों के अनुरूप नहीं है। विवाद सुलझने के बाद डीजीसीए की टीम जांच करेगी, जिसके बाद नए रन-वे की लंबाई को कुल रन-वे की लंबाई में जोड़ा जाएगा।
रन-वे विस्तारीकरण योजना विस्तारीकरण के बाद रन-वे की लंबाई-3251 मीटर पहले- 2650 मीटर
चुनाव के समय विमानों का दबाव बढऩे की वजह से जहां निर्वाचन आयोग ने पहले से ही एयरपोर्ट प्रबंधन और सीआईएसएफ को अलर्ट कर दिया है, वहीं 24 घंटे एयर ट्रैफिक कंट्रोल को भी शुरू करने के निर्देश दिए हैं। मतलब साफ है कि माना एयरपोर्ट में चुनाव तक दिन और रात दोनों समय उड़ान जारी रहेगा। ऐसे में यदि नए रन-वे का उपयोग ना हो तो यह प्रबंधन के लिए भी साख का सवाल बन चुका है।
आर. सहाय, निदेशक, स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट रायपुर
Published on:
24 Sept 2018 09:29 am
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