21 दिसंबर 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

छत्तीसगढ़ के सबसे बड़े हॉस्पिटल में मल्टी पार्किंग का सिर्फ बना प्रस्ताव

साढ़े सात सौ सेटअप वाले वाले आंबेडकर अस्पताल में प्रतिदिन करीब २२०० से २५०० मरीज इलाज कराने पहुंचते हैं। साथ ही आईपीडी में ११२० से ११५० मरीज भर्ती रहते हैं।

2 min read
Google source verification
छत्तीसगढ़ के सबसे बड़े हॉस्पिटल में  मल्टी पार्किंग का सिर्फ बना प्रस्ताव

छत्तीसगढ़ के सबसे बड़े हॉस्पिटल में मल्टी पार्किंग का सिर्फ बना प्रस्ताव

रायपुर. राजधानी के डॉ. भीमराव आंबेडकर अस्पताल पहुंचे मरीज के परिजनों को वाहन पार्किंग के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ती है। हॉस्पिटल में मरीज को भर्ती कराने से ज्यादा परिजनों को वाहन को सुरक्षित रखने के लिए पैसे खर्च करने पड़ते हैं। हॉस्पिटल में करीब डेढ़-दो साल पहले मल्टी पार्किंग बनने की योजना बनी थी लेकिन वह प्रस्तावों में ही दब कर रही गई। साढ़े सात सौ सेटअप वाले वाले आंबेडकर अस्पताल में प्रतिदिन करीब २२०० से २५०० मरीज इलाज कराने पहुंचते हैं। साथ ही आईपीडी में ११२० से ११५० मरीज भर्ती रहते हैं। अस्पताल में डॉक्टर से दिखाने के लिए मरीजों को सिर्फ १० रुपए की पर्ची बनवानी पड़ती है जबकि वाहन पार्किंग के लिए परिजनों को २० से ३० रुपए खर्च करने पड़ते हैं। आंबेडकर अस्पताल में मल्टी पार्किंग की योजना बनाई गई थी। पीडब्ल्यूडी विभाग ने हॉस्पिटल प्रबंधन के समक्ष मेडिकल कॉलेज के सामने तथा मरही माता मंदिर के पास खाली जमीन पर मल्टी पार्किंग बनाने का पूरा खाका तैयार कर प्रजेंटेशन भी दे दिया था। मल्टी पार्किंग बनाने में आने वाले खर्च को लेकर हॉस्पिटल प्रबंधन और स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों की एक बैठक हुई थी। स्वास्थ्य विभाग के एक आला अधिकारी ने बताया कि बैठक में निर्णय लिया गया कि मल्टी पार्किंग का निर्माण स्मार्ट सिटी के तहत होगा। इसके बाद से आज तक मल्टी पार्किंग के प्रस्ताव को लेकर आज तक कोई चर्चा नहीं हुई। पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारियों का कहना है कि उसी बैठक के बाद ही उनके हाथ से प्रस्ताव चला गया था।

पार्किंग को लेकर होता है विवाद
आंबेडकर अस्तपाल में अक्सर वाहन पार्किंग के लिए इलाज कराने पहुंचे मरीज के परिजन और वाहन स्टैंड के कर्मचारियों से विवाद होता रहता है। मरीज को लेकर परिजनों को दिन में वाहन खड़ा करने के लिए पार्किंग स्टैंड में १० रुपए तथा रात में २० रुपए की पर्ची कटानी पड़ती है। यदि मरीज का परिजन किसी काम से स्टैंड से वाहन लेकर जाता है और आधे-एक घंटे में वापस लौटता है तो फिर से पर्ची कटानी पड़ती है। इसी बात को लेकर अक्सर विवाद होता रहता है।

अस्पताल में मल्टी पार्किंग की योजना बनाई गई थी, इसके लिए पीडब्ल्यूडी को प्रस्ताव भेजा गया था। पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारी इसकी विस्तृत जानकारी दे सकते हैं।

डॉ. अल्ताफ यूसुफ मीर, उप अधीक्षक (प्रशासनिक), आंबेडकर अस्पताल, रायपुर

प्रस्ताव आने पर मल्टी पार्किंग का खाका तैयार कर अस्पताल प्रबंधन के समक्ष प्रस्तुत किया गया था। प्रबंधन की तरफ से इसको लेकर फिर कोई निर्देश नहीं मिला तो प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ी।
पीके साहू, सब इंजीनियर, पीडब्ल्यूडी विभाग

आंबेडकर अस्पताल में स्मार्ट सिटी के तहत किसी मल्टी पार्किंग बनाने का प्रस्ताव नहीं है। यदि ऐसा कुछ होता तो मेरी जानकारी में जरूर रहता।

शिव अनंत तायल, कमिश्नर, नगर निगम, रायपुर