- न लेआउट न बिजली, नाली केवल मुरम रोड बनाकर चल रहा खुला खेल
रायपुर@न लेआउट पास कराने की प्रक्रिया न ही बिजली, नाली की व्यवस्था। केवल मुरम की पतली परत बनाकर लोगों को धड़ल्ले से बेचने का धंधा पहले जैसा ही चल रहा है। नगर निगम क्षेत्र के आउटर में अवैध कॉलोनियों का खेल थम नहीं रहा है। ऐसा इसलिए हो रहा है कि जिनके ऊपर ये रोकने की जिम्मेदारी है, उनके तरफ से निगरानी का कोई सिस्टम नहीं है। जब मामला तूल पकड़ता है तो निगम का अमला मुरम रोड काटने की कार्रवाई में उतरती है, तब तक उस जगह के अधिकांश प्लांट बेचने का कारोबार पूरा हो जाता है।
ऐसा ही खेल मुख्य रूप से पुरानी धमतरी रोड के चौड़ीकरण के साथ तेजी से चला है। हाल ही में डूंडा चौक और कांदूल रोड के बीच खाली पड़ी जमीन अवैध कॉलोनी का रूप ले चुकी है। ऐसी ही िस्थति फुंडहर, विधानसभा रोड और कचना, जोरा क्षेत्र में है। हैरानी है कि एक तरफ प्रशासन खसरा ब्लाक करने जैसे कदम उठाकर सख्त का संकेत दे रहा है तो दूसरी तरफ अवैध कॉलोनी का सिलसिला भी उसी तेजी से चल रहा है। यही वजह है कि लोगों को मूलभूत सुविधाएं मुहैया कराने का प्लान नगर निगम तब बनाता है, जब अवैध कॉलोनियां आकार ले लेती है। ऐसी ही रावतपुरा फेस-2 कॉलोनी में हुआ, जिसे निजी बिल्डर ने बनाया, लेकिन उसमें जब लोग बस गए तब करोड़ों रुपए की लागत से रोड और नाली अनेक तरह के मदों के सहारे कराया गया। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि यदि समय रहते बिना बिजली, पानी, नाली निर्माण कराए प्लाटिंग पर सख्ती से रोक क्यों नहीं लगाई जाती।
निगम के माथे पर 40 से अधिक अवैध कॉलोनी का तमगा
वैसे ही पहले से नगर निगम के माथे पर शहर के अनेक क्षेत्रों में 40 से अधिक अवैध कॉलोनियां बन जाने का तमगा लगा हुआ है। जिसे अब नियमितीकरण के दायरे में रखा गया है। निगम के जिम्मेदार यह दावा तो करते हैं कि जनवरी 2022 के बाद जो भी अवैध कॉलोनी या निर्माण होंगे, वहां तोड़फोड़ की कार्रवाई की जाएगी। लेकिन बनने से पहले रोकने में कोई सख्ती नहीं दिखाई जा रही है।
आउटर में ही बढ़ रहा कारोबार
शहर के बीच अब बहुत कम जगह खाली है, जिसकी खरीदी-बिक्री की जा सके। इसलिए जमीन कारोबारी नगर निगम के आउटर वाले वार्डों की सीमा तक पैर पसार रखे हैं। जहां खेतिहर और बाड़ी की जगह अधिक थी। उन सभी जगहों को अवैध कॉलोनियों के रूप में प्लाटिंग शुरू कर दिए हैं। सबसे अधिक दिलचस्पी कामर्शियल हो चुकी पुरानी धमतरी रोड के चौड़ीकरण होने से बढ़ी है। इस क्षेत्र में अवैध प्लाटिंग का कारोबार 1300 से लेकर 1600 रुपए वर्गफीट में मुरम रोड बनाकर कई एकड़ क्षेत्र में चल रहा है।
नगर निगम नगर निवेशक बीआर अग्रवाल ने कहा कि अवैध कॉलोनियां और प्लाटिंग रोकने के लिए टीम तो गठित नहीं की गई है, परंतु निगम के सभी जोनों को निर्देश जारी किया गया है। नगर निगम सीमा के आउटर क्षेत्रों की रिपोर्ट जल्द ही मंगाकर कार्रवाई करेंगे।