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बच्चों को जागरूक करने की कवायद, अब स्कूलों में पढ़ाया जाएगा ट्रैफिक का पाठ

छत्तीसगढ़ में अब स्कूली बच्चों को ट्रैफिक का पाठ पढ़ाया जाएगा। इसकी शुरूआत करने के लिए राज्य पुलिस के केंद्रीय मानव संसाधन मंत्रालय को पत्र लिखा है।

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बच्चों को जागरूक करने की कवायद, अब स्कूलों में पढ़ाया जाएगा ट्रैफिक का पाठ

रायपुर. छत्तीसगढ़ में अब स्कूली बच्चों को ट्रैफिक का पाठ पढ़ाया जाएगा। इसकी शुरूआत करने के लिए राज्य पुलिस के केंद्रीय मानव संसाधन मंत्रालय को पत्र लिखा है। इसमें स्कूली पाठ्यक्रम में सड़क हादसे रोकने के लिए बच्चों को जागरूक करने संबंधी शामिल करने कहा गया है। इसकी शुरूआत कक्षा पहली से लेकर 10वीं तक करने की योजना है। उन्हें को फोटो, सिग्नल, ट्रैफिक नियम और वाहन चलाते समय की जाने वाली सावधानियों को शामिल करने कहा गया है।

ताकि बच्चों को बताया जा सके कि हादसा कैसे रोका जाए। इसे सीबीएसई पाठ्यक्रम में शामिल करने पर देशभर के बच्चों को जागरूक किया जा सकेगा। जिससे नाबालिग स्कूली बच्चों द्वारा वाहनों से दूरी बनाकर रखे। वहीं सड़क क्रास करते समय सिग्नल देखकर ही सावधानीपूर्वक चल सके। बता दें कि सीबीएसई पाठ्यक्रम में ट्रैफिक नियमों के संबंध में किसी भी तरह की जानकारी नहीं दी गई है। इसके चलते अधिकांश बच्चे लापरवाहीपूवर्क वाहन चलाते है।

प्रशिक्षण की योजना
राज्य पुलिस द्वारा विभिन्न स्कूलों में जाकर बच्चों को ट्रैफिक नियमों की जानकारी दी जा रही है। छत्तीसगढ़ शिक्षा विभाग द्वारा ट्रैफिक नियमों को पाठ्यक्रम में शामिल किया गया है। इसे नियमित रूप से स्थानीय शिक्षकों के साथ ही ट्रैफिक पुलिस के जवानों के द्वारा क्लास ली जा रही है। इसे सप्ताह में एक दिन शिविर का माध्यम से प्रशिक्षण भी देने की योजना बनाई गई है।

दुर्घटना पर लगेगा ब्रेक
लापरवाहीपूर्वक नाबालिग लोगों के द्वारा तेज रफ्तार वाहन चलाने के कारण सड़क हादसे होते है। इसे रोकने के लिए बच्चों को जागरूक करने पर वह खुद ही परिवार के लोगों को इसकी जानकारी देंगे। इससे बच्चों के साथ ही उनके परिजन भी वाहन चलाते समय सावधानी बरतेंगे।

एआईजी ट्रैफिक संजय शर्मा ने कहा, स्कूली बच्चों को ट्रैफिक नियमों का पाठ पढ़ाने के लिए पाठ्यक्रम में शामिल करने पत्र लिखा गया है। ताकि बच्चों और उनके परिजनों को जागरूक किया जा सकें।