6 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

VHP अध्यक्ष आलोक कुमार ने कांग्रेस पर किया वार, बोले – छत्तीसगढ़ सरकार हिंदुओं के हित में नहीं करती काम

CG Raipur News : आलोक कुमार ने कांग्रेस सरकार पर तंज कसा है।

2 min read
Google source verification
VHP अध्यक्ष आलोक कुमार ने कांग्रेस पर किया वार, बोले - छत्तीसगढ़ सरकार हिंदुओं के हित में नहीं करती काम

VHP अध्यक्ष आलोक कुमार ने कांग्रेस पर किया वार, बोले - छत्तीसगढ़ सरकार हिंदुओं के हित में नहीं करती काम

CG Raipur News : आलोक कुमार ने कांग्रेस सरकार पर तंज कसा है। पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा, छत्तीसगढ़ की सरकार हिंदुओं के हित में काम दिखाने की कोशिश कर रही है। लेकिन जब हिंदू और मुस्लिम दोनों में से किसी एक को चुनने की बात आती है, तो वह झिझक जाती है।

यह भी पढ़े : धमतरी की सरिता ने दिव्यांग बच्चों के लिए खोली संस्था, आत्मनिर्भर जीवन के लिए दे रही ट्रेनिंग

छत्तीसगढ़ रायपुर में केंद्रीय प्रबंध समिति की बैठक में विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने विधि आयोग द्वारा ‘समान नागरिक संहिता’ (यूसीसी) पर संदर्भ लेने का स्वागत किया है। (raipur hindi news) बैठक में पहले दिन विहिप नेताओं ने धर्मांतरण, गो-हत्या, लव जिहाद, मंदिरों की जमीन अधिगृहीत करने के मुद्दे पर भी चर्चा की।

यह भी पढ़े : CG History : आदिमानव के शैलचित्र हो रहे बे-रंग, पिकनिक स्पॉट जाकर लोग मिटा रहे इतिहास

विहिप के केंद्रीय कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा, यह संतोष की बात है कि विधि आयोग ने इस विषय पर सभी हितधारकों से विचार आमंत्रित किए हैं। भारतीय समाज के सभी वर्गों के सुझाव प्राप्त कर एवं उन पर विचार कर शीघ्र ही यूसीसी को अधिनियमित किया जाना चाहिए। (raipur news) बैठक में विहिप के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरएन सिंह, महामंत्री मिलिंद परांडे, संगठन मंत्री विनायकराव, संरक्षक दिनेश चंद्र, उपाध्यक्ष चंपत राय सहित करीब 200 पदाधिकारी शामिल हो रहे हैं।

यह भी पढ़े : बाइक की क़िस्त देने में की देरी, एजेंट ने ग्राहक की पीट-पीटकर कर दी हत्या, ऐसे हुआ खुलासा

विधायक-सांसद यूसीसी लाने में विफल

उन्होंने कहा, संविधान के अनुच्छेद 44 सभी सरकारों को पूरे भारत में नागरिकों के लिए एक समान नागरिक संहिता सुनिश्चित करने का निर्देश देता है। (raipur news) लेकिन यह अफसोस की बात है कि जो सांसद और विधायक भारत के संविधान के प्रति सच्ची आस्था और निष्ठा रखने की शपथ लेते हैं, वे संविधान के इन 73 वर्षों में भारत के सभी नागरिकों के लिए यूसीसी लाने में विफल रहे हैं।

यह भी पढ़े : शराब घोटाला : घोटालेबाजों को नहीं मिली राहत, कोर्ट ने दिया आदेश, इतने दिनों के लिए भेजा जेल

व्यक्तिगत कानून से अधिकारों उल्लंघन

उन्होंने कहा, इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि किसी धार्मिक समुदाय के व्यक्तिगत कानून महिलाओं की गरिमा, समानता और अन्य अधिकारों का गंभीर उल्लंघन करते हैं। (cg news) बहुविवाह, तलाक और उत्तराधिकार के बारे में उनके प्रावधान आधुनिक समय से लगभग 1400 वर्ष पीछे हैं।