
लोग जिसे विलुप्त मान बैठे थे वो सफेद भालू फिर से दो साल बाद आया नजर, सोशल मीडिया में वीडियो वायरल
वैसे तो सफेद भालू ध्रुवीय प्रदेशों में रहते हैं। भारत के जंगलों में ज्यादातर काले भालू ही पाए जाते हैं, लेकिन छत्तीसगढ़ में दिखाई देने वाले सफ़ेद भालुओं को एलबिनो कहा जाता है। दरअसल ऐल्बिनिज़म ऐसी कोशिकाओं के कारण सफ़ेद हो जाते हैं, जो मेलेनिन का उत्पादन नहीं कर पातीं। इस वजह से उनकी त्वचा, आंखों और बालों का रंग सफेद हो जाता है। जब तक भालू के शरीर में ऐल्बिनिज़म मौजूद रहता है, वह सफेद या गुलाबी दिखाई दे सकता है।
हाल ही में एक सुखद खबर सामने आई कि छत्तीसगढ़ में लगभग विलुप्त जीव मान लिए गए सफ़ेद भालू की झलक एक बार फिर दिखाई दी है। प्रदेश के नए जिले गौरेला - पेंड्रा - मरवाही रेंज में लगभग 2 सालों के बाद दुर्लभ हो चुका सफेद भालू चलकदमी करते देखा गया है।
छत्तीसगढ़ के जंगलों में काले भालू बड़ी आसानी से देखे जा सकते हैं, लेकिन अभी तक सफ़ेद भालू बेहद ही विरले नजर आये हैं। इस बीच गुरुवार को मरवाही रेंज के माड़ाकोड़ गांव में सफेद भालू काले भालू के साथ नजर आया। सफ़ेद भालू दूसरे भालुओं के साथ घूमता और खेलता हुआ दिखाई दिया। सफेद भालू (White Bear) को दूर से देखकर ग्रामीण रोमांचित हो गए और तत्काल सफेद भालू का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। वन विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक माड़ाकोड़ मरवाही वनमंडल का भालू प्रभावित क्षेत्र है। यहां काफी तादाद में भालू रहते हैं, किन्तु सफेद भालू काफी वक़्त से दिखाई नहीं दे रहे थे।
छत्तीसगढ़ के गौरेला पेंड्रा मरवाही वनक्षेत्र में बड़ी तादाद में वन्य जीव पाए जाते हैं। इन जंगली जानवरो में एक नाम भालू का है। मरवाही के जंगलों में काफी संख्या में भालू हैं, जो भटकते हुए इंसानी बस्तियों की तरह भी आ जाते हैं। इस इलाके में भालुओं का देखा जाना आमा बात है,लेकिन बीते गुरुवार को जब सफ़ेद भालू दिखाई दिया,तो यह वन्य जीवन में रूचि रखने वालों के लिए बेहद ही रोमांचक पल था।दरअसल छत्तीसगढ़ में सफ़ेद भालू को विलुप्त मान लिया गया था।
Published on:
11 Nov 2022 08:47 pm
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