6 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

औबेदुल्लागंज विकासखंड बना डेंगू का केंद्र

16 में से 10 मरीज वहीं मिले, तीन दिन से नहीं मिला नया मरीज।

2 min read
Google source verification
औबेदुल्लागंज विकासखंड बना डेंगू का केंद्र

औबेदुल्लागंज विकासखंड बना डेंगू का केंद्र

रायसेन. मौसम के उतार चढ़ाव से बढ़ रहे डेंगू के मरीजों का केंद्र औबेदुल्लागंज विकासखंड बना हुआ है। जिले में अब तक मिले 16 डेंगू मरीजों में सबसे ज्यादा 10 मरीज औबेदुल्लागंज विकासखंड के हैं। इनमें ज्यादा मंडीदीप में तो बाकी ग्रामीण क्षेत्रों में पाए गए हैं। हालांकि तीन दिन से कोई नया मरीज नहीं मिला है। लेकिन इनके बढऩे की आशंका बनी हुई है। इसका कारण मौसम में उतार चढ़ाव होना है। विशेषज्ञों के अनुसार यह मौसम डेंगू और मलेरिया फैलाने वाले मच्छरों के लिए अनुकूल है।
नगरीय निकायों की लापरवाही
मच्छरों और उनके लार्वा को नष्ट करने का प्रमुख काम नगरीय निकायों का होता है, जो लापरवाही बरत रहे हैं। मलेरिया औ डेंगू के मरीज मिलने के बाद भी औबेदुल्लागंज नगर परिषद ने शहर में फागिंग नहीं कराया है। मंडीदीप में भी यही हाल है। जिला मुख्यालय पर फागिंग मशीन होने के बाद भी इस सीजन एक बार भी फागिंग नहीं कराया गया है। जबकि बरेली, उदयपुरा में फागिंग होती रही है, जिसके परिणाम भी मिले हैं। यहां एक भी डेंगू का मरीज नहीं मिला है।
यहां इतने मिले मरीज
जिला मलेरिया विभाग से मिली जानकारी के अनुसार रनवरी से अब तक जिले में डेंगू के 16 मरीज मिले हैं, जिनमें सबसे अधिक 10 मरीज औबेदुल्लागंज विकासखंड में मिले हैं, जबकि सांची विकासखंड में 04, सिलवानी में 01 तथा रायसेन शहर में 01 मरीज मिला है। इनमें अधिकतर मरीज अगस्त माह में मिले हैं। रायसेन में तीन दिन पहले ही डेंगू का मरीज मिला है। विभाग द्वारा 62 सेंपल लिए गए थे, जिनमें सभी की रिपोर्ट मिल चुकी है। जिला मुख्यालय पर ही सेंपल की जांच की सुविधा है, जिससे रिपोर्ट भी दो से चार घंटे में मिल जाती है।
सौ से अधिक घरों में मिला लार्वा
मलेरिया विभाग से मिली जानकारी के अनुसार विभाग द्वारा किए गए सर्वे में 100 से अधिक घरों में डेंगू फैलाने वाले मचछर का लार्वा मिला है, जिसे मौके पर ही नष्ट किया गया। पिछले तीन माह में ही विभाग ने लगभग 85 हजार घरों का सर्वे किया। मोहल्ला, वार्ड सर्वे में 120 ऐसे एरिया मिले, जहां लार्वा पनप रहा है।
कहां पनपते हैं डेंगू, मलेरिया के मच्छर
अमूमन गंदे पानी का भराव, लगातार कई दिनों से पानी का जमाव होने वाले स्थानों पर बीमारी फैलाने वाले मच्छर पनपते हैं। लेकिन डेंगू फैलाने एडीज मच्छर घरों में कई दिनेां से बर्तन, गमले, कूलर आदि में भरे रहने वाले पानी में पनपते हैं। डेंगू से बचाव का मुख्य उपाय मच्छरों से बचाव करना है। घर के आस-पास, कूलर, गमले, बर्तन आदि में पानी अधिक दिन तक पानी भरा नहीं रहने दें। चार-पाचं दिन में एक बार इनकी सफाई जरूर करें, ताकि लार्वा न पनप सके।
इनका कहना है
जिले में डेंगू और मलेरिया के मरीज मिल रहे हैं। आगे भी मरीज मिल सकते हैं। इसलिए सावधानी बरतना जरूरी है। हम लगातार सर्वे कराकर लार्वा नष्ट करा रहे हैं। लोगों को खुद भी सावधानी रखना जरूरी है।
डॉ. प्रियंबदा गुप्ता, जिला मलेरिया अधिकारी।
---------