रायसेन. जिला अस्पताल में करोड़ों की लागत से डेढ़ साल पहले बनकर तैयार हुए नए भवन में अभी तक वार्डों और ओटी को शिफ्ट नहीं किया जा सका है। जबकि स्वास्थ्य मंत्री और स्थानीय विधायक डॉ. प्रभुराम चौधरी खुद नए भवन में वार्डों को शिफ्ट करने के निर्देश देते रहे हैं, लेकिन पीआइयू के अधिकारी और ठेकेदार मंत्री के निर्देशों को भी नजरअंदाज करते रहे हैं।
अस्पताल के पुराने भवन में चल रही ओटी की छत का प्लास्टर एक नर्स के सिर परगिर गया, जिससे नर्स जख्मी हो गई। इसकी जानकारी मिलने पर गुरुवार को मंत्री फिर अस्पताल पहुंचे और अधिकारियों को नए भवन में सभी वार्ड और ओटी शिफ्ट करने के निर्देश दिए। इसके लिए 30 अगस्त का समय दिया है।
अपनी मर्जी से काम कर रहा ठेकेदार
अस्पताल का निर्माण कर रहा ठेकेदार शुरुआत से ही मनमानी कर रहा है। यह जानते हुए भी रायसेन स्वास्थ्य मंत्री का ग्रह जिला और नगर है। भवन में कुछ छोटे-मोटे काम करने में भी डेढ़ साल का समय लगा दिया। जानकारी के अनुसार नए भवन और ओटी में अभी भी ऑक्सीजन पाइप लाइन फिटिंग सहित फ्लोरिंग का काम बाकी है। जिसे अब सात दिन में पूरा करना होगा।
पुराने भवन की जगह बनना है क्रिटिकल इकाई
अस्पताल में पुराने भवन की जगह, जिसमें अभी तक ओटी, एसएनसीयू सहित महिला और मेडीकल वार्ड चल रहे हैं, उन्हे तोडकऱ क्रिटिकल यूनिट बनाना है। जिसके लिए सरकार ने छह माह पहले 16 करोड़ रुपए स्वीकृत किए हैं। जिसका निर्माण पुराने भवन का अभी भी उपयोग के कारण शुरू नहीं हो पा रहा है।
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