
कोटा की कोचिंग ऑनलाइन करेंगे स्टूडेंट, नीट, पीएमटी, पीईटी की फ्री होगी पढ़ाई
ब्यावरा. कोटा की कोचिंग अब स्टूडेंट अपने ही जिले में बैठकर ऑनलाइन कर सकेंगे, अच्छी बात यह है कि उन्हें नीट, पीएमटी, पीईटी सहित अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की पढ़ाई करने कोटा नहीं जाना पड़ेगा, बच्चों को यहीं पर ऑनलाइन कोचिंग क्लासेस के माध्यम से कोचिंग मिल जाएगी। स्टूडेंट को इसके लिए एक रुपया भी नहीं देना पड़ेगा, कोचिंग का पूरा खर्च जिला प्रशासन वहन करेगा।
दरअसल, सरकारी स्कूलों के प्रति मोह बढ़ाने और आम जनता में स्कूलों की छवि सुधारने के लिए जिले के विद्यार्थियों को जिला प्रशासन एक मौका दे रहा है, जिसमें बच्चे अपनी प्रतिभा निखार पाएंगे। जिले के प्रतिभाशाली बच्चों को निजी स्कूलों की तर्ज पर कोटा की कोचिंग क्लासेस से प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने का मौका मिलेगा।
कोचिंग के टीचर्स ऑनलाइन देंगे टिप्स
नीट, पीएमटी, एआई-ईईई, पीईटी सहित अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए क्रश कोर्स सहित अन्य तैयारियां करने कोटा जाने वाले बच्चों के जैसी पढ़ाई जिले में ही मिलेगी। इसके लिए राजगढ़ जिला प्रशासन की चर्चा एक निजी कोचिंग ग्रुप से हुई है। पहले वहां के टीचर्स यहां बुलवाने की योजना थी, इसके बाद तय हुआ कि वे ऑनलाइन कोचिंग ही स्टूडेंट्स को देंगे। इसमें आना वाला खर्च जिला प्रशासन वहन करेगा।
मैरिट आधार पर चयन कर सरकारी स्कूलों के बच्चों को ऑनलाइन कोचिंग क्लासेस में पढ़ने का मौका मिलेगा। स्मार्ट क्लासेस में यह कोचिंग संचालित होगी, जिसमें चयनित बच्चे पढ़ाई करेंगे। उन्हें एमबीबीएस के लिए नीट, पीएमटी सहित इंजीनियरिंग फील्ड और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए बेहतर अवसर मिलेगा। बीते साल नीति आयोग की टीम ने आकांक्षी जिलों में शामिल राजगढ़ के लिए शिक्षा और स्वास्थ्य पर खर्च करने छह करोड़ का बजट प्रस्तावित किया था। इसके माध्यम से शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार करने स्मार्ट क्लासेस और अत्याधुनिक कोचिंग क्लासेस से स्कूलों को संवारने की जिला प्रशासन की योजना है।
मैरिट आधार पर रेंडमली चयनित होंगे बच्चेजिन बच्चों का चयन इस कोचिंग क्लासेस में शामिल होने के लिए किया जाना है उनका चयन रेंडमली मैरिट के आधार पर होगा। यानि पिछली क्लास का प्रतिशत और मौके पर दी गई परीक्षा में मिली मैरिट के आधार पर उनमें बच्चों का चयन होगा। इसके लिए अलग-अलग स्कूलों से बच्चों को मौका मिलेगा। संबंधित स्कूल स्टॉफ, प्राचार्य और शिक्षक इत्यादि यह बताएंगे। बच्चों का चयन होने के बाद उन्हें उक्त कोचिंग क्लासेस को ज्वॉइन कराया जाएगा।
शिक्षा में नवाचार करने का प्रयास
शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार करने का यह प्रयास है। हमारी कोशिश है कि सरकारी स्कूलों को स्मार्ट बनाया जाए और उनके बच्चे भी उसी तरह स्मॉर्ट हों। उन्हें बेहतर प्लेटफॉर्म मुहैया करवाने के लिए कॉम्पिटिशन की तैयारी करवाने की तैयारी कर रहे हैं।
-हर्ष दीक्षित, कलेक्टर, राजगढ़।
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Published on:
06 Apr 2023 07:02 pm
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