राजगढ़. शराब की फर्जी फैक्ट्री चलाने वाले आरोपी को मुखबिर की सूचना पर 23 जून को राजगढ़ जेल में लाए थे, जो बीमारी का बहाना बनाकर स्वास्थ्य विभाग और जेल प्र्रबंधन की मिलीभगत से अस्पताल में भर्ती हो गया और मौका देखकर बुधवार-गुरूवार की दरमियानी रात भाग गया। सीसीटीवी के फुटेज के अनुसार वह रात एक बजे के लगभग भागा। लेकिन उसके भागने की जानकारी अधिकारियों तक दस घंटे बाद पहुंचाई गई। ऐसे में कैदी का कोई सुराग नहीं लग सका।
वहीं इस मामले में लापरवाही बरतने वाले चारों पुलिसकर्मियों को एसपी आरएस चौबे ने आरआई की रिपोर्ट पर प्रथम दृष्टियां दोषी मानते हुए सस्पेंड कर दिया है। सस्पेंड हुए पुलिसकर्मियों में प्रधान आरक्षक मोतीलाल, आरक्षक घनश्याम, दिनेश वर्मा, देवेन्द्रसिंह शामिल हैं।
शाम तक पहुंची कोतवाली तक जानकारी
रात को ही कैदी कालूराम पाटीदार अस्पताल से भाग गया। ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों को इस बात की जब जानकारी लगी तो वो भी किसी को बताए बगैर यहां-वहां उसे तलाशने में लग गए। लेकिन कोतवाली तक यह जानकारी शाम छह बजे के लगभग पहुंची। जिसके बाद कालूसिंह के खिलाफ एक और प्रकरण दर्ज किया गया।